भोपाल। देश में अगर किसी सब्जी की सबसे ज्यादा खेती की जाती है तो वह आलू और टमाटर हैं. लेकिन कई बार मौसम की मार, ओलावृष्टि और बारिश के चलते फसल बर्बाद हो जाती है. जिससे किसानों को भारी नुकसान होता है. लेकिन अब मध्य प्रदेश के सीहोर के कृषि वैज्ञानिक ने खेती की नई तकनीक इजाद की है. जिसके चलते आप घर में ही आलू-टमाटर आसानी से उगा सकते हैं. आपको चिंता की कोई जरूरत नहीं हैं, आपके पास मिट्टी मौजूद नहीं होने के बावजूद आप अपनी मनचाही सब्जी घर में छोटी सी जगह में उगा सकते हैं. खास बात यह है कि इसके लिए आपको जमीन की भी जरूरत नहीं है, हवा में ही सब्जी उग जाएगी.
कैसे उगा सकते हैं मनचाही सब्जी:कृषि के क्षेत्र में रोज नवाचार हो रहे हैं. इसके लिए वैज्ञानिक लगातार काम कर रहे हैं. आपको सुनकर हैरानी होगी कि आपके पास यदि मिट्टी नहीं है उसके बावजूद भी आप अपने घर पर मनचाही सब्जी उगा सकते हैं. चाहे वह आलू हो या टमाटर हो. इसके लिए आपको थोड़ा इंतजार जरूर करना पड़ सकता है, लेकिन वैज्ञानिकों ने बिना मिट्टी के हवा में ही आलू और टमाटर को उगाना शुरू कर दिया है. इसमें सफलता भी मिलने लगी है.
थोड़ी सी जगह में ही उगा सकते हैं काफी सब्जी:लगातार जनसंख्या बढ़ रही है और जमीन लगातार सिकुड़ रही है. खेती के लिए भी अब जमीन की कमी होने लगी है. लेकिन खेती को लेकर वैज्ञानिक अपने प्रयोग से लोगों को हैरत में डाल रहे हैं. सीहोर कृषि महाविद्यालय के वैज्ञानिक नए-नए प्रयोग करते रहते हैं. हाल ही में इस विद्यालय में एरोपोनिक्स खेती की शुरुआत भी की गई है. हालांकि यह प्रायोगिक तौर पर है. लेकिन विभाग का मानना है कि इसमें हमें पूरी सफलता मिलेगी.
क्या है एयरोपोनिक्स पद्धति:एयरोपोनिक्स खेती की ऐसी तकनीक है जहां पर मिट्टी के बिना हवा में पौधे उगाए जाते हैं. इस विधि के तहत लटकती हुई जड़ों के माध्यम से पौधे पोषण लेते हैं. इस तकनीक में पोषक तत्वों को धुंध के जरिये जड़ों पर स्प्रे किया जाता है. और पौधे के ऊपरी भाग को खुली हवा और रोशनी में रखा जाता है. इस तरह से पौधे सूर्य की रोशनी से फोटोसिंथेसिस के जरिए खाना बनाता है. एयरोपोनिक्स से आलू की खेती प्रायोगिक तौर पर सीहोर कृषि महाविद्यालय कर रहा है. हालांकि इसमें पहली फसल उगने पर 60 से 80 दिन लगते हैं. इसके बाद यह खाने के लायक हो जाता है. इसका सबसे बड़ा फायदा ये है कि इसमें जगह की ज्यादा जरूरत नहीं होती और न ही मिट्टी की.