भोपाल। वन विभाग के अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि बाघ के नए पगमार्क नहीं मिले हैं. जिससे ये कहा जा सके कि वह मैनिट परिसर में है. मैनिट में लगे कैमरे में भी बाघ की कोई नई हलचल नहीं मिली है. वहीं, इसलिए ये साफ नहीं हो रहा है कि मैनिट परिसर में घुसे बाघ ने यहां से रवानगी ले ली है या फिर यहीं कहीं घूम रहा है. परिसर में बाघ के घुसने के बाद दहशत व्याप्त है. वन विभाग का कहना है कि हमारे कर्मचारियों ने शनिवार सुबह मैनिट परिसर के अंदर लगे 16 कैमरा ट्रैप के फुटेज को स्कैन किया. शुक्रवार शाम के बाद से इनमें से किसी भी कैमरे में बाघ की कोई तस्वीर कैद नहीं हुई. संस्थान में रहने वाले हमारे 50 लोगों को उस समय के बाद से बाघ के पगमार्क नहीं मिले.
मैनिट को मवेशियों से मुक्त किया :बता दें कि दो साल से अधिक उम्र के बाघ को 300 से 400 एकड़ में फैले भोपाल के जंगल घूमते हुए पाया गया था, ये जंगल मैनिट परिसर में घने इलाकों से जुड़ा है. बता दें कि मैनिट परिसर में बीते 12 दिन बाघ ने दो गायों का शिकार किया है. बाघ के घुसने के बाद मैनिट परिसर को मवेशियों से मुक्त कर दिया गया है. कैंपस से मवेशियों को दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया गया है.