भोपाल। Bhopal Suicide Case: मध्य प्रदेश में सूदखोरों के खिलाफ सघन अभियान चलाया जाएगा. इस दौरान सूदखोरों को खोजा जाएगा और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. दरअसल, गुरुवार को राजधानी भोपाल में साहूकारों की मार की वजह से संजीव जोशी ने परिवार के साथ जहर खा लिया था, जिसके बाद सीएम शिवराज एक्शन में नजर आएं, शनिवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं. इधर भोपाल सुसाइड केस (Bhopal Suicide Case) में मरने वालों की संख्या तीन हो गई है.
सूदखोरों पर सीएम शिवराज सख्त (CM Shivraj strict on usurers)
भोपाल में गुरुवार को ह्रदय विदारक घटना सामने आई, जहां एक ही परिवार के 5 लोगों ने जहर खा लिया. इस घटना में तीन लोगों की मौत हो चुकी है. भोपाल के इस सुसाइड केस के बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) की तरफ से बयान आया है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि सूदखोरों,साहूकारों द्वारा मनमाना ब्याज लिए जाने के कारण घटित कल की घटना ह्रदय विदारक और असहनीय है, सीएम चौहान ने इसे गंभीरता से लेते हुए अवैधानिक रूप से सूदखोरी का काम करने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. सीएम शिवराज चौहान ने कहा कि सूदखोरों, साहूकारों की गतिविधियों पर सघन निगरानी (Campaign against usurers in MP) रखी जाएगी. अवैधानिक तरीके से चल रही साहूकारी और सूदखोरी की गतिविधियों पर नियंत्रण के लिए निवास कार्यालय में बुलाई गई आपात बैठक को मुख्यमंत्री ने संबोधित किया. इस दौरान साहूकारी अधिनियम और अनुसूचित जाति ऋण विनियम के प्रावधानों के संबंध में भी चर्चा की गई. साथ ही सीएम शिवराज ने ये भी कहा कि बिना लाइसेंस ब्याज पर ऋण देने वाले सूदखोरों ने जिन गरीबों को ऋण दिए हैं, ऐसे 20 अगस्त तक के ऋण स्वत: माफ हो जाएंगे.
दी गई 2 लाख की सहायता राशि
एक ओर सीएम शिवराज इस पूरे मामले में एक्शन में नजर आएं, वहीं उन्होंने पीड़ित परिवार की मदद भी है. पूरे मामले को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संज्ञान लेते हुए शनिवार को जोशी परिवार के लिए 2 लाख रुपए की सहायता राशि का चेक भिजवाया है. गोविंदपुरा विधायक कृष्णा गौर ये चेक लेकर अस्पताल पहुंची, जहां उन्होंने इलाजरत दंपती से मुलाकात की, उनका हाल-चाल जाना और चेक सौंपा. विधायक ने अस्पताल में भर्ती पीड़ितों के इलाज की जानकारी डॉक्टरों से भी ली.
13 पन्नों के सुसाइड नोट में सूदखोरों के धमकाने का आरोप
जोशी परिवार के 13 पेज के सुसाइड नोट (Bhopal Suicide Note) के आधार पर पुलिस ने 4 महिलाओं को आरोपी बनाया है. थाना पिपलानी ने प्रारंभिक जांच के आधार पर और फरियादी संजीव जोशी की रिपोर्ट पर आरोपी रानी दुबे, बबली दुबे, प्रमिला ओढ़ और उर्मिला ओढ़ के विरुद्ध आत्महत्या के दुष्प्रेरण अंतर्गत आईपीसी की धारा 306,34 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है. और पुलिस की मानें तो जल्द ही चारों की गिरफ्तारी कर ली जायेगी. बताया जा रहा है कि मूल रूप से बबली, प्रमिला और उर्मिला ने मिलकर अर्चना जोशी को कर्ज दिया था, इसके अलावा संजीव जोशी ने एक हाउसिंग लोन भी ले रखा था, जिसमें ओवरड्यू चल रहा था. मिली जानकारी के अनुसार, लगभग 27 लाख रुपए के आसपास का अमाउंट उन्हें बैंक का भी जमा करना है. इस पूरे मामले में 11 नवंबर 2021 को अर्चना जोशी ने पिपलानी पुलिस को एक शिकायती आवेदन भी दिया था जिसमें अर्चना जोशी ने सूदखोरों द्वारा धमकाने की शिकायत की थी. जिसके बाद नेपाल पुलिस द्वारा दोनों पक्षों को बुलाकर समझाया गया था और अर्चना जोशी ने अपना मकान बेचकर पैसा देने की बात कही थी.