भोपाल।कोरोना महामारी के कारण शैक्षणिक वर्ष 2020-21 का बहुत सारा नुकसान हुआ है, क्योंकि स्कूल ना खुलने की वजह से विद्यार्थियों की पढ़ाई ठीक से नहीं हो पाई है. हालांकि पढ़ाई का ज्यादा नुकसान ना हो इसलिए ऑनलाइन क्लासेस लगाई गई, पर ऑनलाइन क्लासेस और रेगुलर क्लासेस में काफी अंतर होता है. जिसका खामियाजा विद्यार्थी भुगत रहे हैं.
नवंबर महीने तक स्कूल नहीं खुल पाए हैं, जिसे देखते हुए पहले ही केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने सिलेबस को 30% कम कर दिया था. पर वहीं अब तक प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल इस बारे में कोई निर्णय नहीं ले सका है. पहले पाठ्यक्रम को 30% कम करने के आदेश दिए गए थे, लेकिन बाद में मंडल अध्यक्ष ने उसे रद्द कर दिया. वहीं अब सिलेबस को लेकर निर्णय कल होने वाली बैठक में लिया जाएगा.सिलेबस को लेकर विद्यार्थियों में डर बना हुआ है, क्योंकि इस साल पढ़ाई ना हो पाने की वजह से उनका सिलेबस पूरा नहीं हो पाया है.
क्या कहते हैं विद्यार्थी
दसवीं कक्षा की छात्रा इशिता कहती है कि कोविड 19 के कारण हमारी पढ़ाई का बहुत ज्यादा नुकसान हो रहा है. टीचर्स का मार्गदर्शन ठीक से नहीं मिल रहा है. इसलिए हम चाहते हैं कि सिलेबस को कम किया जाए. छात्रा साक्षी साहू कहती है कि ऑनलाइन क्लासेस में विषय के बारे में ठीक से समझ नहीं आता और साथ ही टीचर का मोटिवेशन भी नहीं मिल पाता है.साथ ही बच्चे घर पर इतना नहीं पढ़ सकते. जितना वो स्कूल में पढ़ पाते हैं, इसलिए ऐसे टाइम में सिलेबस को कम किया जाना चाहिए. 10वीं के छात्र ऋषभ कुशवाहा कहते हैं कि सिलबस को कम किया जाना चाहिए क्योंकि क्लासेस लग नहीं रही है और ऑनलाइन में ठीक से पढ़ाई नहीं हो पाती है. बोर्ड में सिलेबस पूरा होने पर प्रतिशत भी उतना नहीं आ पाएगा.