भोपाल। एसटीएफ भोपाल की टीम ने फर्जी चेक के जरिए धोखाधड़ी करने वाले एक अन्तर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है. मामले में STF ने 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. यह गिरोह नामी कंपनी के नाम से फर्जी चेक बना कर 24 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी करने की फिराक में था. इससे पहले ही स्पेशल टास्क फोर्स ने इस गिरोह को दबोच लिया.
पकड़ा गया नकली चेक क्लोनिंग गिरोह क्लोनिंग कर बनाते थे फर्जी चेक
स्पेशल टास्क फोर्स के अधिकारियों के मुताबिक गिरोह के सदस्य क्लोनिंग कर फर्जी चेक बनाने में माहिर है. आरोपियों ने दिलीप बिल्डकॉन कंपनी के चेक का क्लोन बनाकर 24 करोड़ रुपए का चेक अमृतसर की एक बैंक में जमा किया था. बैंक को इस चेक को लेकर आशंका हुई और उन्होंने दिलीप बिल्डकॉन कंपनी से संपर्क किया. तब जाकर मामले का खुलासा हुआ.
पंजाब, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के आरोपी
कंपनी की शिकायत पर भोपाल एसटीएफ की टीम ने इन जालसाजों के खिलाफ FIR दर्ज की कर, लगातार आरोपियों की तलाश में जुटी हुई थे. पकड़े गए आरोपियों में से ज्यादातर आरोपी पंजाब दिल्ली और उत्तर प्रदेश के हैं.
गिरोह में दो पूर्व बैंककर्मी
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक दो आरोपी पूर्व में बैंक में भी काम कर चुके हैं, जिनमें वरिंदर सिंह और चरणजीत सिंह शामिल है. यह दोनों आरोपी गिरोह के लिए चेक की क्लोनिंग करने का काम करते थे. इन दोनों आरोपियों ने पूर्व में बैंक में काम किया है, लिहाजा इन्हें चेक की हर छोटी बड़ी बातों का पता था.
एनजीओ को देते थे लालच
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक गैंग के सदस्य एनजीओ को भी बैंक से आहरण की गई राशि का कुछ प्रतिशत देने का लालच देते थे और उन्हें अपने साथ जालसाजी में शामिल कर लेते थे. ऐसे ही एक एनजीओ के जरिए दिलीप बिल्डकॉन कंपनी का फर्जी चेक बना कर अमृतसर की ब्रांच में जमा किया गया था. पुलिस ने एनजीओ संचालक को भी इस मामले में गिरफ्तार कर लिया है.
देशभर में कई वारदातों का हो सकता है खुलासा
STF के अधिकारियों ने बताया कि यह गिरोह अलग-अलग राज्यों में सक्रिय है. हालांकि अब तक पुलिस को केवल एक ही मामले के बारे में जानकारी मिली है, लेकिन एसटीएफ को उम्मीद है कि जांच में कई वारदातों का खुलासा हो सकता है. लिहाजा एसटीएफ की टीम पकड़े गए सभी आरोपियों से सख्ती से पूछताछ कर रही है.