मध्य प्रदेश

madhya pradesh

ETV Bharat / state

जनता के बीच छवि सुधारने के लिए भोपाल का पुलिस का नया प्रयोग, जानें- राजधानी के पुलिस थानों को क्या मिली रैंकिंग

राजधानी भोपाल में कमिश्नर प्रणाली लागू होने के बाद पुलिस नित नए प्रयोग कर रही है. इसी क्रम में भोपाल के थानों में पहुंचने वाले लोगों से थाने में रखे रजिस्टर पर एक फीडबैक लिया जा रहा है. पिछले 3 महीने में थाने पहुंचे लोगों ने श्यामला हिल्स थाने को नंबर वन बताया है. जो पुलिस थाने रैंकिंग में पिछड़ रहे हैं, उनके लिए विशेष कार्ययोजना तैयारी की जाएगी. (Bhopal police new innovation) (Ranking of Bhopal police stations)

By

Published : Apr 2, 2022, 6:15 PM IST

भोपाल। भोपाल में कमिश्नर प्रणाली लागू होने के बाद लोगों के बीच पुलिस अपनी छवि सुधारने की कोशिश कर रही है. पुलिस थाने आने वालों से फीडबैक लिया जा रहा है. फीडबैक को लेने का मुख्य उद्देश्य यह है कि यदि कोई आमजन थाने पहुंचता है तो पुलिस अधिकारी और कर्मचारियों का उनके प्रति कैसा रवैया था. आमतौर पर पहले देखा गया है कि लोग थाने जाने से बचते थे. दावा किया जा रहा है कि पुलिस के अच्छे व्यवहार से लोग अब अपनी बात खुलकर सामने रख पा रहे हैं. इससे पुलिस को भी जनता का सहयोग मिल रहा है.

श्यामला हिल्स पुलिस थाना नंबर वन :पिछले 3 महीने में पुलिस थानों में पहुंचे लोगों ने श्यामला हिल्स थाने को नंबर वन बताया है. श्यामला हिल्स थाने के अंतर्गत ही मुख्यमंत्री निवास भी आता है, जोकि सुरक्षा की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है. इसके अलावा नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ का निवास भी इसी थाना क्षेत्र के अंतर्गत आता है. भोपाल की लाइफलाइन कहे जाने वाले बड़े तालाब का काफी हिस्सा इसी थाना क्षेत्र में है. बड़े तालाब के बोट क्लब पर काफी संख्या में भोपाल और बाहर से आने वाले पर्यटक पहुंचते हैं.

भोपाल पुलिस की छवि

कोहेफिजा पुलिस थाना दूसरे नंबर पर:पिछले 3 महीने के फीडबैक के आधार पर दूसरे नंबर पर कोहेफिजा थाना है. तीसरे नंबर पर अरेरा हिल्स थाना है. चौथे स्थान पर गोविंदपुरा थाना और पांचवें स्थान पर चूना भट्टी थाना है. दावा है कि यहां लोग पुलिस के व्यवहार और कार्यप्रणाली से काफी संतुष्ट हैं. 15 मार्च से 31 मार्च 2022 तक की गई समीक्षा में थाना चूना भट्टी को प्रथम स्थान, श्यामला हिल्स को द्वितीय और छोला मंदिर थाने को तृतीय रैंकिंग दी गई है. इसके अलावा इन थानों में क्या कार्यप्रणाली उपयोग की जा रही है, उसका परीक्षण किया जा रहा है. इसके बाद रैकिंग में पिछड़ रहे पुलिस थानों में तैनात स्टाफ का मार्गदर्शन किया जाएगा. पुलिस उपायुक्त इस रैंकिंग की समीक्षा करेंगे. जो पुलिस थाने पिछड़ रहे हैं, वहां पर विशेष कार्य योजना लागू की जाएगी.

ये भी पढ़ें:जानें कहां लगी अपराधियों की 'क्लास', किसने भरवाया अपराध ना करने का बॉन्ड ?

रैंकिंग में पिछड़ रहे पुलिस थानों के लिए कार्ययोजना :इस संबंध में भोपाल में लगातार पिछड़ने वाले थाने जैसे बैरागढ़, छोला मंदिर, बजरिया, गौतम नगर, अशोका गार्डन में एक अभियान चलाकर कर्मचारियों को बेहतर संवाद कौशल और वर्कफ्लो एनालिसिस कर कार्यप्रणाली में सुधार लाने की कवायद की जाएगी. जनता के लिए बेहतर व्यवस्था करने के लिए संबंधित थानों पर पुलिस उपायुक्त व अन्य अधिकारी सॉफ्ट स्किल प्रशिक्षण प्रदान करने की योजना बना रहे हैं. भोपाल पुलिस का दावा है कि उसकी इस योजना से आम लोगों में पुलिस के प्रति भरोसा बढ़ा है. (Bhopal police new innovation) ( Ranking of Bhopal police stations)

ABOUT THE AUTHOR

...view details