भोपाल। राजधानी में कुछ दिनों पहले ऑनलाइन दवाओं की डिलीवरी के नाम पर एक महिला से ठगी की गई थी. अब पुलिस ने मामले के आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है. बता दें कि ईटीवी भारत ने ठगी के इस मामले को प्रमुखता से दिखाया था. जिसके बाद कोलार पुलिस ने तेजी से जांच करते हुए डिलीवरी ब्वॉय और उसके 2 अन्य साथियों को गिरफ्तार कर लिया है. उधर, 1MG कंपनी ने ठगी की शिकार महिला को दवाओं का असली पैकेट बिना कोई पैसा लिए डिलीवर किया है.
योजना बनाकर ठगा:ऑनलाइन दवाओं की डिलीवरी करने के नाम पर ठगी करने वालों में कुल 3 आरोपी शामिल थे. कोलार थाना प्रभारी जय सिंह के अनुसार मुख्य आरोपी डिलीवरी ब्वॉय उमाशंकर जोशी (39) है. इस साजिश में कृष्णा चौधरी (24) और सुनील रैकवार भील (36) भी शामिल थे. इनमें से सुनील और कृष्णा ई-कॉम एक्सप्रेस कंपनी में डिलिवरी ब्वॉय का काम करते हैं. ये कंपनी भोपाल में 1MG के लिए दवाओं की होम डिलीवरी संभालती है. उमाशंकर इनका दोस्त है, जो पहले जेपी हॉस्पिटल में लिफ्ट ऑपरेटिंग का काम करता था और इन दिनों बेरोजगार है. इन्हें पहले से पता था कि पैलेस आर्चेड में मीना शुक्ला अकेली रहती हैं और इनकी दवाइयां अक्सर ऑनलाइन ही आती हैं. इनको ये भी पता था कि मीना शुक्ला के घर में सीसीटीवी नहीं लगे हैं.
उमाशंकर ने तैयार किया था पैकेट:मीना शुक्ला के घर डिलीवरी करने का जिम्मा कृष्णा के पास था. कृष्णा ने सुनील को बताया और योजना बनाई. कृष्णा ने मीना शुक्ला की डिटेल सुनील को और उसने उमाशंकर को फॉरवर्ड कीं. एक डमी पैकेट तैयार किया गया और उसमें हाजमोला की बोतल रखी गई. योजना के अनुसार उमाशंकर और सुनील डिलीवरी देने गए थे. सुनील कॉलोनी के बाहर खड़ा रहा और उमाशंकर मीना शुक्ला के घर गया था. उसी ने पूरी घटना को अंजाम दिया था. पुलिस ने तीनों के खिलाफ मामला दर्ज कर कोर्ट में पेश कर दिया है.