भोपाल। मिशन इंद्रधनुष के प्रति जनजागरूकता बढ़ाने के लिए एक कार्यशाला आयोजित की गई. इस कार्यशाला में प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी ने बताया कि "नियमित टीकाकरण से छूटे पांच साल तक के बच्चों और गर्भवती महिलाओं को सभी टीके लगाये जा रहे हैं. बच्चों को खसरा और रूबेला जैसी बीमारियों से बचाने के लिए यह मिशन तीन चरणों में चलाया जा रहा है. पहला चरण 12 अगस्त तक चलेगा, दूसरा चरण 11 से 16 सितंबर और तीसरा चरण 9 से 16 अक्टूबर तक चलाया जाएगा." वहीं स्वास्थ्य अधिकारियों ने जानकारी दी कि ये टीके पूरी तरह सुरक्षित हैं. बच्चों को बीमारियों से बचाते हैं. स्वास्थ्य मंत्री प्रभु राम चौधरी ने बताया कि "मध्य प्रदेश टीकाकरण के क्षेत्र में लगातार अग्रणी बना हुआ है. पिछले अभियान में मध्यप्रदेश ने सर्वाधिक लक्ष्य हासिल कर देश में अग्रणी स्थान प्राप्त किया था. इस बार हमारा लक्ष्य है कि अधिक से अधिक संख्या में बच्चों का टीकाकरण किया जा सके."
Mission Indradhanush: बच्चों को बीमारियों से दूर रखने के लिए मिशन इंद्रधनुष के तहत टीकाकरण, पहला चरण 12 अगस्त तक
एमपी में छोटे बच्चों को बीमारियों से दूर रखने के लिए मिशन इंद्रधनुष के तहत टीकाकरण हो रहा है. 12 अगस्त तक चलेगा पहला चरण, जबकि 11 से 16 सितंबर के बीच दूसर चरण चलेगा.
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स्वास्थ्य मंत्री प्रभु राम चौधरी ने क्या बोला: बारिश के दौरान टीकाकरण में होने वाली दिक्कतों पर स्वास्थ्य मंत्री प्रभु राम चौधरी का कहना था कि "टीकाकरण की तिथियां निर्धारित हैं, लेकिन अगर इन तिथियां के दौरान कई जिलों और गांव में बारिश की स्थिति बनती है और लोग टीकाकरण केंद्र तक नहीं आ पाए या विभाग के अधिकारी उन तक नहीं पहुंच पाये, तो ऐसे में उसके बाद के दिनों को भी रिजर्व में रखा गया है. इसके तहत अगर जो दिनांक दिया गया है उस दिनांक पर बारिश होती है तो उसके अगले दिन उन शहरों में टीकाकरण किया जाएगा. 2 से 3 दिन भी लगातार बारिश होती है तो उसके बाद के जो दिन हैं उनमें टीकाकरण करने की व्यवस्था की गई है." कार्यशाला में यूनिसेफ के अधिकारी, कोल्ड चेन प्रभारी विपिन श्रीवास्तव, स्टेट कंसल्टेंट डॉ. रामकुमार राय सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे.