मिर्ची बाबा छिंदवाड़ा से कमलनाथ के खिलाफ मैदान में उतरेंगे! अखिलेश ने फोटो शेयर कर लिखा- विशेष सीट से चुनाव लड़ने के लिए शुभकामनाएं
एमपी में चुनावी सरगर्मी तेज हैं. 17 नवंबर को प्रदेश के विधानसभा चुनाव को लेकर वोटिंग होना है. उससे पहले पार्टियां उम्मीदवारों के नाम जारी कर उन्हें चुनावी मैदान में उतरने के लिए हरी झंडी दिखा रही हैं. अब एक बड़ा नाम सामने आया है. सपा ने मिर्ची बाबा को टिकट दिया है.
भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियों जोर आजमाइश में जुटी है. कांग्रेस से गठबंधन की संभावनाएं खत्म होने के बाद समाजवादी पार्टी प्रमुख सीटों पर अपने उम्मीदवार मैदान में उतार रही है. इस बीच मध्य प्रदेश के मिर्ची बाबा यानि राजेश दुबे ने समाजवादी प्रमुख अखिलेश यादव से मुलाकात की है.
अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा हैकि मिर्ची बाबा को मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में एक विशेष सीट से चुनाव लड़ाया जाएगा. कयास लगाया जा रहा है कि समाजवादी पार्टी मिर्ची बाबा को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के खिलाफ छिंदवाड़ा विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारने जा रही है.
गठबंधन न होने से खफा है अखिलेश यादव:विपक्षी गठबंधन इंडिया में समाजवादी पार्टी मुख्य साझेदार है. मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच एक साथ मिलकर चुनाव लड़ने की चर्चा चल रही थी. लेकिन जब सीटों का बंटवारा नहीं हो सका, तो कांग्रेस ने अपनी पहली सूची में ही उन सीटों पर भी अपने उम्मीदवार उतार दिए जहां समाजवादी पार्टी चुनाव में टिकट मांग रही थी.
बाद में मीडिया से चर्चा के दौरान कमलनाथ ने बयान दिया कि इंडिया गठबंधन केंद्र के लिए है इसका राज्य चुनाव से लेना-देना नहीं है. कमलनाथ का यह बयान सपा प्रमुख अखिलेश यादव को बेहद नगवार गुजरा और उन्होंने मध्य प्रदेश की प्रमुख सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने शुरू कर दिए. समाजवादी पार्टी अब तक 46 उम्मीदवारों की सूची जारी कर चुकी है 22 अक्टूबर को समाजवादी पार्टी ने मध्य प्रदेश के लिए 12 और प्रत्याशियों का ऐलान किया था. अब समाजवादी पार्टी ने मिर्ची बाबा को चुनाव मैदान में उतरने की तैयारी की है. माना जा रहा है कि मिर्ची बाबा कमलनाथ के खिलाफ छिंदवाड़ा से चुनाव लड़ेंगे. समाजवादी पार्टी ने 2018 के चुनाव में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था. पार्टी ने बिजावर विधानसभा सीट से जीत हासिल की थी. हालांकि, समाजवादी पार्टी से विधायक राजेश शुक्ला बाद में बीजेपी में शामिल हो गए थे.
कौन है मिर्ची बाबा:मिर्ची बाबा राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं के चलते अलग-अलग राजनीतिक पार्टियों से जुड़ते रहे हैं. 2018 की विधानसभा चुनाव के समय वे कांग्रेस के साथ थे. कांग्रेस ने उन्हें राज्य मंत्री का दर्जा भी दिया था, लेकिन कमलनाथ की सरकार गई तो उसके बाद वह बीजेपी के साथ जुड़ गए. मिर्ची बाबा का असली नाम राजेश दुबे है और वह भिंड जिले के बरखंडी गांव के रहने वाले हैं. 1997 तक मिर्ची बाबा मजदूरी किया करते थे, बाद में उन्होंने जमीन बेचकर ट्रक खरीद लेकिन इसमें नुकसान उठाने के बाद में अहमदाबाद मजदूरी करने चले गए. अहमदाबाद में उन्होंने संन्यास ग्रहण किया और अपना नाम बदलकर वैराग्यनंद गिरि कर लिया. इसके बाद वह कथाएं करने लगे और इसी दौरान वे नेताओं के संपर्क में आए वैराग्य नंद गिरी अपने भक्तों को मिर्ची देते थे और इस वजह से उनका नाम मिर्ची बाबा हो गया.