भोपाल।फिल्म मुन्ना भाई एमबीबीएस तो आपने देखी होगी, जिसमें मरीज को तब तक भर्ती नहीं किया जाता जब तक उसका पर्चा नहीं बन जाता है. इसको लेकर अभिनेता संजय दत्त फिल्म में डॉक्टरों की जमकर खिंचाई भी करते हैं. दरअसल, इस हकीकत से हर अस्पताल में आने वाले मरीजों को रोज गुजरना होता है. जिसमें पहले रजिस्ट्रेशन कराकर पर्चा बनाना होता है. उसके बाद ही मरीज का इलाज होता है, चाहे कितनी भी इमरजेंसी क्यों ना हो. लेकिन इसके समाधान के लिए भोपाल के हमीदिया अस्पताल में इमरजेंसी मेडिसिन विभाग की स्थापना की गई है. इस विभाग में इमरजेंसी में आने वाले मरीजों का तत्काल इलाज किया जाएगा. इस विभाग का औपचारिक शुभारंभ आने वाले दिनों में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान करेंगे. उसके पहले विभाग में एक ओरियंटेशन प्रोग्राम का आयोजन किया गया, जिसमें पहुंचे चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने चिकित्सकों और मेडिकल स्टाफ से संवाद किया.
पहले इलाज फिर पर्चा बनेगा:चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने बताया कि "इस इमरजेंसी विभाग में दो खासियत सबसे महत्वपूर्ण है जिसमें पहली यह है कि यहां आने वाले मरीज को पहले उपचार दिया जाएगा. उसके बाद ही उसका पर्चे बनेगा. यहां आने वाले मरीज को पहले पर्चा बनाने के लिए परेशान नहीं किया जाएगा. बल्कि उसे आते ही तुरंत इलाज मिले ऐसी व्यवस्था यहां की गई है. मरीज यहां आया है उसे कितनी देर में बेहतर ट्रीटमेंट मिल गया. इसकी व्यवस्था भी डिस्प्ले बोर्ड के माध्यम से की जा रही है. जिसमें आने वाले मरीज के आने के समय से लेकर उसे प्रॉपर इलाज मिलने तक का समय डिस्प्ले बोर्ड पर दर्शाया जाएगा. जिससे भविष्य में यह पता लगाने में सहायता मिल पाएगी कि किस मरीज को कितनी देर में इलाज मिल पाता है और कितने समय में वह इलाज पा लेता है."