भोपाल।नगर निगम परिषद की बैठक राजधानी के आईएसबीटी स्थित निगम मुख्यालय में शुरू हुई. विंड एनर्जी के नीमच स्थित प्लांट पर हंगामे की आसार को देखते हुए इस पूरे मामले को शांत करने की कोशिश की गई. इसके लिए बैठक शुरू होने से पहले ही महापौर मालती राय ने अपनी बात रखी और कहा कि, विंड एनर्जी प्रोजेक्ट में निगम को फायदा ही होगा, लेकिन कांग्रेस के विरोध और अन्य बातों को लेकर विरोध सामने आता रहा. इसके बाद निगम कमिश्नर केवीएस चौधरी ने अपनी बात रखते हुए कहा कि इसके लिए नवीनीकरण ऊर्जा के अधिकारियों की एक टीम आकर निरीक्षण करेगी. इसके बाद ही आगे की प्रोसेस हो पाएगी. इस जवाब से असंतुष्ट कांग्रेस विधायकों ने सदन में हंगामा कर दिया.उनका कहना था कि फिलहाल तो यह मामला टाल दिया गया है लेकिन आगे विंड एनर्जी की प्रोसेस जारी रहेगी या नहीं यह क्लियर नहीं है.
पत्रकारों ने जताई आपत्ति:पार्षदों के परिजनों का पत्रकार दीर्घा में बैठने पर कुछ देर के लिए परिषद में विरोध हुआ. पत्रकार दीर्घा में पार्षदों के परिजनों और सहयोगी के बैठने के कारण मीडिया को जगह नहीं मिलने पर पत्रकारों ने इस पर आपत्ति ली. इसको लेकर आसंदी से निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी ने निर्देश देते हुए कहा कि अगली बैठक में पत्रकार और पार्षदों के परिजनों के बैठने या सहयोगीयों के बैठने की अलग से व्यवस्था की जाएगी. अवैध टावरों को लेकर भी कांग्रेस पार्षद अजीजुद्दीन में अपनी बात रखी है. उनका कहना था कि शहर में 500 से 600 के बीच अवैध टावर लग चुके हैं. जिसमें अधिकारियों की मिलीभगत है. इस पर निगम अध्यक्ष ने आसंदी से निर्देश देते हुए कहा कि अगर ऐसा हुआ है तो इसकी शिकायत लोकायुक्त में भी की जाएगी.
विकास कार्यों में खर्च की मांगी जानकारी: नगर निगम परिषद की बैठक में भोपाल में शिक्षा उपकर का भी मामला उठा. कांग्रेस विधायक गुड्डू चौहान ने प्रश्न प्रस्तुत करते हुए कहा कि भोपाल के किन वार्डो में शिक्षा का उपकर, कितनी राशि से वार्ड में विकास कार्य के लिए खर्च किया जा रहा है. इस संबंध में जानकारी दी जाए, क्योंकि इसकी जानकारी किसी के पास होती ही नहीं है. जबकि नगर निगम की भूमि जो ग्लू फैक्ट्री लगाने के लिए लीज पर दी गई थी. उसका कार्य कब परिवर्तन किया गया. इस बारे में भी जानकारी गिरजा खटीक ने मांगी. उनका कहना था कि नियम को तोड़ मरोड़ कर यहां पर कई शोरूम विकसित कर दिए हैं.