भोपाल। कोरोना वायरस के चलते हर किसी के मन में डर समा गया है. इसकी रोकथाम के भी कई प्रयास किए जा रहे हैं. यहां तक कि अभी वैक्सीनेशन का काम भी चल रहा है. वहीं लोग लगातार दो गज की दूरी और हाथों को सेनेटाइज कर रहे हैं. ऐसे में लोग हाथों के साथ-साथ गाड़ी से लेकर दफ्तर और घर तक को भी सेनेटाइज कर रहे हैं. लोगों का कहना है कि अनदेखा वायरस कहीं भी पाया जा सकता है.
जानकारी देते एमपी सिंह अपर आयुक्त नगर निगम. सार्वजनिक स्थलों को सेनेटाइज कर रहा निगम
बता दें कि अक्सर उन घरों और ऑफिसों को सेनेटाइज किया जाता है, जहां कोरोना संक्रमित मरीज पाए जाते हैं. यह काम नगर निगम करता है. जिन घरों में करोना का पेशेंट है. उन घरों में मरीज के ठीक होने के बाद घर को सेनेटाइज किया जाता है. साथ ही अगर मरीज फ्लैट में या घर में होम क्वॉरेंटाइन है तो उस बिल्डिंग को सेनेटाइज करने की व्यवस्था नगर निगम द्वारा की जाती है. इसके साथ ही कई ऑफिस और सार्वजनिक स्थलों को भी नगर निगम लगातार सेनेटाइज कर रहा है.
भोपाल नगर निगम में हैं 85 वार्ड
नगर निगम भोपाल में 85 वार्ड हैं, जिन्हें 19 जोनों में डिवाइड किया गया है. नगर निगम के अपर आयुक्त और स्वास्थ्य विभाग के प्रभारी एमपी सिंह के अनुसार 10 बड़े टैंकरों के साथ ही कंधे पर टांग कर सेनेटाइज करने वाले कर्मचारी पर्याप्त संख्या में नगर निगम के पास हैं. नगर निगम को जहां से भी कॉल आता है, वहां जाकर सेनेटाइज किया जाता है. इस दौरान यह ध्यान रखा जाता है कि जहां कोरोना पेशेंट हैं, वहां कर्मचारी पीपीपी किट पहना कर भेजा जाता है. जहां सार्वजनिक स्थल है और पेशेंट नहीं है, वहां भी मास्क और दस्ताने के साथ ही कर्मचारी को भेजा जाता है.
सेनिटाइजर की शिकायतों से निगम बेफिक्र, नौ महीने में छह सेनिटाइज मशीन खा रहीं धूल
अपर आयुक्त ने बताया की अपने घर, मकान, फ्लैट और ऑफिस आदि को सेनेटाइज कराने के लिए आम जन को नगर निगम के कॉल सेंटर नंबर 155304 के साथ पुराने नंबर 18002330014 पर संपर्क करना है. इसके अलावा अपने वार्ड में भी जाकर इसके लिए बोला जा सकता है. फिलहाल तो यह व्यवस्था पूरे भोपाल के वार्डों में की गई है.