भोपाल। मध्यप्रदेश की सियासत में सिंधिया समर्थक मंत्रियों का गुस्सा नौकरशाही पर फूट रहा है. मंत्री महेंद्र सिंह सिसौदिया ने तो अपना गुस्सा सार्वजानिक कर सरकार के अहम अफसर को कटघरे में खड़ा कर दिया. लेकिन ये पहला मामला नहीं है, इसके पहले सिंधिया समर्थक मंत्री बृजेंद्र सिंह यादव भी नौकरशाही के रवैये से नाराज दिखे थे. पिछले महीने राज्यमंत्री बृजेंद्र सिंह यादव भी सहकारिता विभाग के अधिकारी द्वारा की गई नियुक्तियों को निरस्त करने और उनके कार्यकाल में हुए घोटाले की जांच की मांग उच्च अधिकारियों से कर चुके हैं, लेकिन अभी तक उनके पत्र पर विभाग की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई.
मप्र मंत्रिमंडल के ज्यादातर मंत्रियों की यही शिकायत: शिवराज मंत्रिमंडल के कुछ कद्दावर मंत्रियों को छोड़ दिया जाए तो नौकरशाही के रवैये को लेकर ज्यादातर मंत्रियों की यही शिकायत है. उनका दर्द भी सामने आ चुका है. कई बैठकों में वे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सामने ही नौकरशाही के अड़ियल रुख की शिकायत कर चुके हैं. कैबिनेट में भी इस तरह के किस्से बाहर निकलकर आते रहते हैं. मध्यप्रदेश में नौकरशाही हावी है. लेकिन कोई ऐसा पहला मौका नहीं था जब शिवराज सिंह चौहान को नौकरशाही के जरिए घेरा गया हो. इससे पहले भी कई दफा उन पर हमले नौकरशाही के जरिए किए गए हैं.
सिंधिया समर्थक मंत्री बीजेपी में गुटबाजी के शिकार:पार्टी सूत्रों के मुताबिक सिंधिया के मंत्री बीजेपी के अनुशासन को तार तार कर रहे हैं. मंत्री महेंद्र सिंह सिसौदिया ने मुख्य सचिव को निशाने पर लिया है. इसके पहले बृजेंद्र सिंह यादव भी अधिकारियों के रवैये को लेकर पत्र लिख चुके हैं. नगरीय निकाय में सिंधिया और बीजेपी में पहले से स्थापित नेताओं के बीच जमकर वर्चस्व की लड़ाई देखने को मिल रही है, जिसका नतीजा ग्वालियर में सामने आया.