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MP का पहला 'डिजिटल' सीएम राइज स्कूल, फॉर्म के लिए लगी कतार, बच्चे स्मार्ट बोर्ड पर करते हैं पढ़ाई - भोपाल स्कूल में बच्चे स्मार्ट बोर्ड पर करते पढ़ाई

कुछ दिनों पहले सरकारी स्कूल की शिक्षिका का क्लास में नमाज पढ़ते हुए वीडियो वायरल हुआ था. इसको लेकर काफी विवाद हुआ. लेकिन इन विवादों की परवाह किए बगैर अभिभावक यहां न्यू एडमिशन के लिए फॉर्म लेने पहुंच रहे हैं. ईटीवी भारत जब इस स्कूल में पहुंचा तो देखा कि यहां बच्चे बिना किसी तनाव के नाचते-गाते हुए पढ़ाई कर रहे हैं. इनके लिए स्मार्ट बैंच और स्मार्ट बोर्ड है.

MP first digital CM Rise School in bhopal
एमपी का पहला डिजिटल सीएम राइज स्कूल

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Published : Mar 11, 2023, 1:07 PM IST

Updated : Mar 11, 2023, 5:58 PM IST

एमपी का पहला डिजिटल सीएम राइज स्कूल

भोपाल।श्री गुरू साहिब भी हैं यहां और मंदिर-मस्जिद भी है यहां… एक ही अपना राम है, एक ही अल्लाह ताला है… हम सब भारतीय हैं. यह लाइनें हैं उस गाने की जो राजधानी के पुराने शहर कहलाने वाले जहांगीराबाद बरखेड़ी के एक सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे गा रहे हैं. नीलम और बुशरा यहां एक साथ मिड डे मील खाती हैं और एक साथ गाने गाती हैं. कहने को तो यह सरकारी स्कूल है, लेकिन अब इसकी तस्वीर पूरी तरह बदल चुकी है. क्योंकि इसे मप्र के पहले सीएम राइज कांसेप्ट स्कूल के रूप में पूरी तरह विकसित कर दिया गया है. यहां पढ़ने वाले बच्चों के पास साफ सुथरी और कलर फुल ड्यूल डेस्क (स्टडी टेबिल कुर्सी) है तो वहीं सामने स्मार्ट बोर्ड पर दुनिया भर का नॉलेज मौजूद है.

थ्री डी फार्मेट में पढ़ाई: टीचर पूरी तरह डिजिटली ट्रेंड हैं और वे इन बच्चों को थ्री डी फिल्म के जरिए विषयों के बारे में जानकारी देते हैं. इन्हीं सब सुविधाओं के चलते बरखेड़ी समेत दूसरे इलाकों में रहने वाले पेरेंट्स अपने बच्चाें का एडमिशन कराने के लिए यहां आकर फॉर्म ले रहे हैं. स्कूल के प्राचार्य आशुतोष पांडेय ने बताया कि यह सीएम राइज कांसेप्ट का पहला स्कूल है. पढ़ाई पहले जैसी है, लेकिन भौतिक संसाधान के कारण बदलाव आया है. फंडामेंटल एफएलएन की क्लासेज है. हर क्लास में स्मार्ट रूप है, विद नेट. जो कठिन विषय होते हैं, उनके बारे में गूगल और यूट्यूब से ढूंढकर थ्री डी फार्मेट में बताया जाता है, ताकि बच्चों को पुस्तक के अलावा समझने में आसानी हो. शिक्षक डिजिटली ट्रेंड हैं, वे भी वोकलवरी को अपडेट करते हैं, बच्चों को बताते हैं. डिजिटल लाइब्रेरी है, फ्रेंडली वातावरण होने के कारण बच्चों को अच्छा लगता है. इसी कारण अन्य स्कूलों से यह स्कूल बेहतर परिणाम दे पा रहा है.

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यह सुविधाएं हैं स्कूल में:सीएम राइज के तहत इस स्कूल को कक्षा केजी से 12वी तक शुरू होना है, लेकिन फिलहाल कक्षा 1 से 8वीं तक संचालित हो रहा है. इसमें इस साल केजी 1 एंड 2 में कुल 80 सीटें खाली हैं, लेकिन लगभग 200 आवेदन आ चुके हैं. वहीं पहली क्लास में खाली 40 सीट्स के लिए 100 प्लस क्वेरी और आवेदन आ चुके हैं. यहां अभी कुल 325 छात्र और 345 छात्राएं अध्ययनरत हैं, कुल 8 टीचिंग रूम हैं. कक्षा 1 से 5वीं तक सुबह और कक्षा 6वीं से 8वीं तक दोपहर की पाली में क्लासेस लगती हैं. स्कूल में टीचर्स के लिए दो हॉल हैं, एक कंप्यूटर लाइब्रेरी है, एक म्यूजिक रूम और मिड डे मील के लिए सेपरेट किचिन बना हुआ है.

Last Updated : Mar 11, 2023, 5:58 PM IST

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