भोपाल/पुणे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने शुक्रवार को महाराष्ट्र के पुणे में 'इंटरेक्टिव सेशन ऑन इन्वेस्टमेंट अपॉर्चुनिटी इन मध्यप्रदेश' कार्यक्रम में भाग लिया. मध्यप्रदेश में इंडस्ट्री एवं इन्वेस्टमेंट को लेकर उद्योगपतियों से मुलाकात की. कार्यक्रम में मंत्री राजवर्धन सिंह भी मौजूर रहे. सीएम ने उद्योगपतियों को इंदौर में होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए आमंत्रित किया है. माना जा रहा है कि CM शिवराज की इस पहल से मध्य प्रदेश में बड़े उद्योगों को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है.
मुंबईवालों का मैंने काम छीन लिया: सीएम ने कहा कि जब मैं पहली बार मुख्यमंत्री बना था, तब चंबल में डाकू होते थे और मुंबई में उन पर फिल्में बनती थीं. मैंनें मुंबईवालों का काम छीन लिया क्योंकि डाकुओं का या तो सफाया कर दिया गया या उन्होंने आत्मसमर्पण कर दिया या वे जेल में बंद हैं. उन्होंने आगे कहा, मैंने कहा कि मध्य प्रदेश में या तो डाकू रह सकते हैं या फिर शिवराज सिंह चौहान, एक वक्त में दोनों नहीं रह सकते. बस मुद्दा हल हो गया.सीएम ने कहा कि नक्सलवाद और सिमी के नेटवर्क को भी राज्य से खत्म कर दिया गया. मुख्यमंत्री ने कहा अब कोई गुंडागर्दी नहीं है. अगर कोई गुंडागर्दी या दबंगई करता है तो मामा का बुलडोजर सीधा पहुंच जाता है। तो अब ऐसा कोई डर नहीं है कि कोई आपको (व्यवसायियों को) परेशान करेगा.
उद्योग के लिए एमपी सबसे अनुकूल माहौल: सीएम शिवराज ने कहा कि मध्य प्रदेश के विकास की ओर तेजी से कदम बढ़ रहे हैं. एमपी की आर्थिक विकास दर देश में सबसे ज्यादा है. भारत की 5 ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था का सपना पूरा करने में मध्यप्रदेश संकल्पबद्ध है . सीएम ने कहा कि मध्यप्रदेश में अगर कोई इंडस्ट्री इनवेस्ट करती है तो उन्हें कोई परेशानी नहीं होगी. सीएम ने कहा कि उद्योग के लिए एमपी में जमीन उन्हें उपलब्ध कराई जाएगी, जो मुंबई और पुणे जैसे शहरों से कम दाम में होगी. सीएम ने कहा कि हमारे पास 1 लाख 22 हजार एकड़ जमीन अलग-अलग हिस्सों में चिन्हित है, अगर कोई उद्योग के लिए चाहता है तो हम एक महीने में उसे वह दे सकते हैं, आप उसे ऑनलाइन देख सकते हैं. बाद में पसंद आने पर मध्यप्रदेश आकर आप उन जमीनों को सामने से देख सकते हैं. सीएम ने कहा जमीन के अलावा एमपी में 24 घंटे बिजली की भी व्यवस्था है और पानी की उपलब्धता भी हमारे प्रदेश में है. साथ ही सीएम ने कहा कि मध्यप्रदेश में बाहर से किसी को लाने की जरूरत नहीं है, हमारे यहां स्किल्ड मैन पावर एमपी में ही उपलब्ध होगी. अगर कोई इंडस्ट्री पहले से बता देती है, तो हम उन लोगों को तैयार करेंगे. सीएम ने कहा कि मध्यप्रदेश शांति का टापू है, लिहाजा राज्य में कारोबार के लिहाज से यहां सबसे अनुकूल माहौल है.
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अर्थव्यवस्था को 550 बिलियन डॉलर बनाने का लक्ष्य: सीएम ने बताया की एमपी ने 2026-27 तक अपनी अर्थ-व्यवस्था को 550 बिलियन डॉलर बनाने का रखा लक्ष्य है. सीएम ने कहा कि भारत के सकल घरेलू उत्पाद में सर्वाधिक योगदान करने वाले पहले 5 राज्य में शामिल हैं. एमपी ने पूंजीगत व्यय को बढ़ाकर 43 हजार करोड़ रुपए से भी अधिक करने में सफलता हासिल की है. हर सेक्टर में अपार संभावनाएं हैं. वहीं मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का राज्य की अर्थव्यवस्था में योगदान 8%, अगले दशक तक 15% तक का लक्ष्य रखा है. सीएम ने कहा कि प्रदेश में फार्मास्युटिकल सेक्टर के लिए सकारात्मक एवं कंड्यूसिव इकोसिस्टम उपलब्ध है. उज्जैन में मेडिकल डिवाइस पार्क की स्थापना के लिए भारत सरकार द्वारा मंजूरी मिल गई है. मध्यप्रदेश के शरबती गेंहू का विश्व भर में निर्यात किया जा रहा है. विश्व की कई बड़ी कंपनियों की इकाइयां प्रदेश में संचालित हैं. उन्होंने कहा कि पांच महीनों में ही 2021-22 में इसी अवधि की तुलना में गेहूं की दोगुनी मात्रा का निर्यात हो रहा है. उन्होंने कहा कि अप्रैल-अगस्त 2022-23 के दौरान 43.50 लाख मीट्रिक टन (एलएमटी) का निर्यात किया, जो पिछले साल के इसी महीने की तुलना में 116.7% अधिक था. प्रदेश का कपास उत्पादन में देश में पांचवां स्थान है. प्रदेश में स्किल्ड मैनपावर की प्रचुरता है. (CM Shivraj Visit Pune) (Shivraj Attend investment opportunity in MP Program)