भोपाल। क्या मुख्यमंत्री की तरह एमपी में बीजेपी का नया मंत्रिमण्डल भी चौंकाने वाला होगा...इस कयास ने ही कतार में खड़े और बीजेपी की सत्ता में अब तक मजबूती से जमें विधायकों की नीदें उड़ा दी हैं. लिस्ट दिल्ली में फाईनल हो चुकी है. बताया जा रहा है कि केवल एलान बाकी है. राष्ट्रीय राजनीति से एमपी का रुख कर चुके नेता क्या मंत्री पद मंजूर कर लेंगे.....क्या शिवराज की तरह मोहन की कैबिनेट में भी सिंधिया समर्थक मंत्रियों को उसी तरह से मौका मिल पाएगा. क्या पीढ़ी परिवर्तन से गुजर रही बीजेपी की कैबिनेट भी नए नवेले चेहरों वाली होगी. जानकारी के मुताबिक, 18 से 20 मंत्रियों के पहली खेप में शपथ लेने की संभावना है.
कैबिनेट की सूची में क्या है:तो दिल्ली में हुए मोहन कैबिनेट के मंत्रियों के नाम को लेकर हुए मंथन के बाद अब निगाहें इस पर हैं कि इस सूची में कितने नाम 'इन' होते हैं और कितने नाम 'आउट'. माना जा रहा है कि कई पुराने दिग्गज मंत्रियों की छुट्टी की जा सकती है और पीढ़ी परिवर्तन के दौर से गुजर रही बीजेपी सरकार की कैबिनेट में भी ताजा चेहरे दिकाई दे सकते हैं. वरिष्ठ राजनीतिक विश्लेषक पवन देवलिया कहते हैं ''लोकसभा चुनाव के मद्देनजर दबाव बहुत है, एक तरफ हर क्षेत्र का प्रतिनिधित्व देखना है. फिलहाल तो सीएम मद के साथ बीजेपी की सत्ता में सबसे बड़ा दबदबा मालवा का ही दिखाई दे रहा है. निमाड़ और विंध्य से डिप्टी सीएम भी आ गए. लेकिन महाकौशल ग्वालियर चंबल बुंदेलखंड को भी बराबर का महत्व देना होगा लोकसभा चुनाव के मद्देनजर. तो निगाहें इस पर हैं कि क्या इन इलाकों से नए चेहरे मंत्रिमण्डल में आते हैं. ये तय है कि सारे फैसले अब हाईकमान से ही होंगे.''