मध्य प्रदेश

madhya pradesh

ETV Bharat / state

Bhopal Metro Project: CM ने भोपाल में मेट्रो को दिखाई हरी झंडी, शिवराज बने पहले यात्री, 4 किमी का किया सफर - भोपाल मेट्रो की शिवराज ने की सवारी

आज भोपाल मेट्रो को हरी झंडी दिखाई गई. भोपाल मेट्रो का फाइनल ट्रायल मंगलवार को हुआ और शिवराज सिंह चौहान ने हरी झंडी दिखाकर उसमें करीब 4 किलोमीटर लंबी यात्रा भी की. आम आदमी के लिए ट्रेन में यात्रा करने की सुविधा जून माह के बाद मिल पाएगी.

Metro train trile run bhopal
मेट्रो को दिखाई हरी झंडी

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Oct 3, 2023, 3:08 PM IST

Updated : Oct 3, 2023, 4:02 PM IST

सीएम ने भोपाल मेट्रो को दिखाई हरी झंडी

भोपाल। सुभाष नगर डिपो जहां पर मेट्रो को पूरा करने के लिए दिन रात 3000 से अधिक कर्मचारी काम कर रहे हैं, इसे आज दुल्हन की तरह सजाया गया था, क्योंकि मंगलवार को सीएम शिवराज सिंह चौहान को मेट्रो को हरी अंडी दिखाने था. करीब 12:15 बजे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सुभाष नगर डिपो स्थित कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे. मेट्रो को हरी झंडी दिखाने से पहले शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि "मैं बचपन से भोपाल आता था. पहले तांगा चलते थे. उन्हें इक्का तांगा कहा जाता था. एक घोड़ा सीधे सड़क पर चलता था. बस स्टैंड से आसपास की यात्रा करते थे. तब इस हिस्से को भोपाल और यह यहां के रहवासियों को बररुकट भोपाली कहते थे.

सीएम ने कहा कि तांगे के बाद आया भट सुअर. इसके बाद आए छोटे ऑटो, फिर टैक्सी, मिनी बस, सिटी बस और फिर स्मार्ट बस. अब बारी है तांगे से मेट्रो ट्रेन तक सफर करने की. उन्होंने छुक-छुक गाड़ी, रेल गाड़ी गाना सुनाते हुए मेट्रो का विवरण दिया. सीएम ने कहा कि जब आप मेट्रो में चढ़ोगे तो कैसा लगेगा. हम तो आज से ही शुरू कर देते हैं और आप भी जल्दी यात्रा करोगे. उन्होंने कहा की लोग मजाक उड़ाते थे, लेकिन हमने जो कहा, वो किया. आज हमारी मेट्रो ट्रायल रन के लिए तैयार है. गढ्ढों वाले एमपी से आज मेट्रो ट्रेन वाला एमपी बन रहा है. मैं मेट्रो की पूरी टीम खासकर पीएस नीरज, एमडी मनीष को बधाई देता हूं.

इससे आएगी समानता: सीएम ने आगे कहा की मेट्रो का मतलब सुरक्षित यात्राएं, ये सुगम है. ये कम समय में अपने गंतव्य तक पहुंच जायेगा. टिकट के लिए लाइन में नहीं लगना पड़ेगा. ये सस्ती और सुंदर भी है. अपने आप में एडवांस है. मेट्रो सिटी कहते ही शहर को चार चांद लग जाते हैं. इसको तेज गति से पूरा करेंगे. उन्होंने कहा कि इस मेट्रो ट्रेन का काम रिकॉर्ड समय में पूरा किया है. यह सिलसिला यहीं नहीं रुकेगा. इस मेट्रो लाइन को भोपाल में पूरा करने के बाद मंडीदीप और फिर सीहोर तक लेकर जाएंगे. उसके बाद जरूरत पड़ी तो विदिशा तक भी दौड़ आएंगे.

दुल्हन की तरह सजा सुभाष नगर डिपो

आलोक शर्मा और दुर्गा नारायण सिंह को कहा भावी विधायक:कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ मंच पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, महापौर मालती राय, हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा, गोविंदपुरा विधायक कृष्णा गौर, बैरसिया विधायक विष्णु खत्री समेत कई नेता मौजूद थे. जब इनका नाम ले रहे थे, तो उन्होंने भाषण में आलोक शर्मा को भोपाल उत्तर का और ध्रुव नारायण सिंह को भोपाल मध्य का भावी विधायक कह दिया. ध्रुव नारायण सिंह से कहा कि यह कार्यक्रम आप ही की विधानसभा क्षेत्र में हो रहा है और आगे आप ही को संभालना है. मुख्यमंत्री ने मेट्रो कॉरपोरेशन के एचडी मनीष सिंह की भी खूब तारीफ की.

विधिवत पूजन करके किया 4 किलोमीटर का सफर: मंच के कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री सीधे सुभाष नगर मेट्रो स्टेशन पहुंचे. वैदिक पद्धति से पूजन पाठ किया. इसके बाद अपने मंत्री और विधायकों के साथ मेट्रो में सवार हुए. करीब 30 मिनट तक उन्होंने मेट्रो की यात्रा की और रानी कमलापति स्टेशन उतरे. यहां उन्होंने मीडिया से अपने अनुभव साझा किए. उन्होंने बताया कि मेट्रो में सफर के दौरान भोपाल बेहद खूबसूरत दिखाई दे रहा था. उनका मन कर रहा था की मेट्रो चलती ही रहे. उन्होंने कहा की ये लम्बी छलांग है. हमने बीआरटीएस बनाया. लोग कहते थे हो नहीं सकता. जो चीज लगभग असंभव लग रही थी. उसको kag संभव किया. अब साकार रूप लिया है, 6000 करोड़ के प्रॉजेक्ट ने. इसमें हम मंडीदीप और सीहोर के साथ रायसेन विदिशा को भी जोड़ेंगे.

ये पढ़ें...

काम की भावना और लक्ष्य के अनुरूप किया कम:कार्यक्रम में एमपी मेट्रो कॉरपोरेशन के अधिकारियों ने भी अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि हमें जो लक्ष्य दिया गया था. उसके मुताबिक ही हमने काम किया है. बहुत ऐतिहासिक पल. पहला कदम, आज ट्रायल रन आज हो रहा है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की घोषणा और भावना के अनुसार इस काम को समय अवधि में पूरा किया गया है. सीएम शिवराज सिंह चौहान के भाषण से पहले एक लघु फिल्म भी दिखाई गई. जिसमें मेट्रो प्रोजेक्ट की शुरुआत से लेकर अब तक की पूरी कहानी को बताया गया.

तीन हजार लोगों की टीम ने दिन रात किया काम:इंदौर के बाद अब भोपाल में भी मेट्रो ट्रेन का ट्रायल हो गया. करीब तीन हजार लोगों की टीम दिन रात काम किया. मेट्रो संचालन से पहले इसी डिपो में टेस्टिंग का काम किया. मैकेनिकल और इलेक्ट्रिकल के अलावा सॉफ्टवेयर इंजीनियर्स की टीम 24 घंटे काम कर रही है. मेट्रो के सिस्टम डायरेक्टर शोभित टंडन ने बताया कि "ट्रैक पर मेट्रो कोच को उतारने से पहले सभी टेस्टिंग जिसमें सॉफ्टवेयर, इलेक्ट्रिकल वर्क आदि समेत अन्य प्रोसेस को कई बार पूरा किया गया है. उन्होंने बताया कि पहले डिपो के अंदर ट्रायल किया और फिर ट्रैक पर सेफ्टी ट्रायल रन किया गया. बता दें कि जो मेट्रो भोपाल और इंदौर में चलाई जा रही है. उसके कोच की लंबाई 22 मीटर और चौड़ाई 2.9 मीटर है. इनमें से एक कोच में करीब 50 पैसेंजर बैठ सकते हैं. जबकि करीब 300 पैसेंजर खड़े रहकर यात्रा कर सकते हैं. सभी कोच एसी युक्त रहेंगे."

Last Updated : Oct 3, 2023, 4:02 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details