भोपाल। भोपाल नगर निगम की बैठक में महापौर आलोक शर्मा ने कहा कि निगम अधिकारी अपनी मनमर्जी चला रहे हैं और अपात्रों को टेंडर बांट रहे हैं. अपर आयुक्त राजेश राठौर महापौर परिषद के सदस्यों को भी नहीं पहचानते, उनका फोन भी नहीं उठाते. महापौर की आपत्ति के बाद नगर निगम परिषद ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर अपर आयुक्त राजेश राठौर की सेवाएं मूल विभाग में भेजने का प्रस्ताव पारित किया है.
महापौर के निशाने पर निगम अधिकारी, कहा- अपात्रों को बांट रहे टेंडर - अधिकारी
महापौर आलोक शर्मा निगम अधिकारियों की कार्यप्रणाली से खफा हैं. निगम परिषद की बैठक में महापौर ने अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कड़ी नाराजगी जताई है.
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नगर निगम परिषद की बैठक में महापौर आलोक शर्मा ने अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सार्वजनिक रूप से सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि निगम के अधिकारी किसी की सुनते नहीं हैं. हॉकर्स कॉर्नर को लेकर जिस तरह से हंगामा मचा है, उसको लेकर सीधे तौर पर निगम के अधिकारी जिम्मेदार हैं क्योंकि उन्होंने मनमर्जी से अयोग्य ठेकेदारों को टेंडर जारी किए हैं.
परिषद की बैठक में कांग्रेस पार्षद द्वारा पूछे गए सवाल का जब एमआईसी सदस्य जवाब नहीं दे सके तो महापौर उनका बचाव करने खड़े हो गए. महापौर ने कहा कि निगम अपर आयुक्त राजेश राठौर की वजह से ये हालात बने हैं कि एमआईसी सदस्य जवाब नहीं दे पा रहे क्योंकि अपर आयुक्त राजेश राठौर एमआईसी सदस्यों को समय ही नहीं दे रहे. महापौर ने आसंदी से प्रस्ताव पारित कर अपर आयुक्त राजेश राठौर को मूल विभाग में भेजने के लिए कहा, इसके बाद अपर आयुक्त को उनके मूल विभाग में भेजने का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पास कर दिया गया.