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Ladli behna Awas Yojana: गरीबों के लिए MP में शुरु हुई 'लाडली बहना आवास योजना', सीएम शिवराज ने भरकर दिखाया एप्लीकेशन फॉर्म

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Sep 17, 2023, 10:05 PM IST

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे सभागार से मुख्यमंत्री लाड़ली बहना आवास योजना का शुभारंभ किया. सीएम ने खुद एक महिला का योजना का फॉर्म भी भरा. उन्होंने कहा कि मेरी कोई भी बहन एवं उसका परिवार झोपड़ी या कच्‍चे घर में ना रहेगा, सबका अपना पक्‍का मकान बनेगा.

CM Shivraj filled woman application form
लाडली बहना आवास योजना

भोपाल। लाडली बहना योजना के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गरीबों के लिए एक और योजना शुरू की है. जिसका नाम है लाडली बहना आवास योजना. इसके तहत गरीबों को पक्के मकान बनाने की राशि दी जाएगी, साथ ही मकान भी दिए जाएंगे. इस योजना का शुभारंभ मुख्यमंत्री ने भोपाल में किया. सीएम शिवराज ने अपने उद्बोधन में कहां कि ''मैंने कई बार कहा है, मैं सरकार नहीं चला रहा परिवार चला रहा हूं. अब आप बताओ मैं आपको आपका परिवार लगता हूं कि नहीं. मैं मुख्यमंत्री थोड़ी ना हूं, आपका भैया हूं और बेटे बेटियों का मामा हूं.अब उनकी जिंदगी कैसे बेहतर बने यही सोचता रहता हूं.''

बिना जमीन के नहीं रहेगा कोई गरीब: सीएम शिवराज ने कहा कि ''हमारे पास कई योजनाएं हैं, लाड़ली बहना उनमें से एक है, लेकिन एक कठिनाई मैंने देखी, जब हम गांव में जाते थे तो कई बहने मिलती थी और कहती थी कि भैया कच्चे घर में पड़े हैं, हमारा मकान नहीं है, हमें भी मकान कुटिया बनवा दो. सबसे बड़ी जरूरत रोटी के बाद, कपड़ा और मकान की होती है. जहां सर्दी, गर्मी, बरसात में हम चैन से रह सके. जिसको अपना घर कह सके और इसलिए हमने पहले कई योजना शुरू कीं, जिसमे मुख्यमंत्री भू आवास योजना, उसमें फ्री में पट्टा देकर मालिक बनाया जा रहा है. कोई भी गरीब मध्य प्रदेश में बिना जमीन के नहीं होगा.''

हमने गुंडे बदमाशों से जमीन छुड़ाई:सीएम ने कहा ''अगर शहरों में जमीन की कमी होती है तो जो जहां रह रहे हैं वहीं पर पट्टा हम दे रहे हैं. कई जगह हमने गुंडे बदमाशों से जमीन छुड़ाई है और वह जमीन गरीबों को बाटेंगे, उस पर गरीबों के मकान बनेंगे. जगह कम होगी तो बहु मंजिला बनाएंगे. फॉर्म भरने के लिए गांव में कहीं बाहर जाने की जरूरत नहीं है. जैसे लाडली बहना के फॉर्म भरे थे, वैसे ही इसके फॉर्म भरेंगे. इधर ममता नाम की महिला का सीएम ने अपने हाथों से फॉर्म भरा. इस दौरान उन्होंने पूरी जानकारी एकत्रित की. उसकी तनख्वाह और वार्षिक आय को भी चेक किया.''

कौन आएगा योजना के अंतगर्त:CM शिवराज ने इस योजना में कौन-कौन लोग शामिल हो सकता है यह भी बताया. उन्होंने कहा कि ''मुझे पूरे प्रदेश में लोग सुन रहे हैं, इसलिए मैं योजना के बारे में बता रहा हूं, ताकि आपको सारी चीज स्पष्ट हो जाए.''

  1. इसमें ऐसे परिवार आएंगे जिनके आवेदन प्रधानमंत्री आवास योजना में रिजेक्ट हो गए हो, लेकिन वह गरीब है, वह इसमें जुड़ेंगे. ऐसे परिवार आएंगे जो भारत सरकार के पोर्टल पर दर्ज होने से छूट गए हों.
  2. ऐसे परिवार जिनके नाम जो सामाजिक, आर्थिक और जातिगत जनगणना 2011 एवं आवास प्लस की सूची में शामिल नहीं है और उन्हें किसी भी योजना में सरकारी मकान मिला नहीं है.
  3. ऐसे परिवार जिनके पास पक्की छत वाले मकान नहीं है या दो कमरे के कच्चे मकान में रह रहे हैं. जिनके पास 10 या 12 कमरे हैं, उनको पात्रता नहीं होगी.
  4. ऐसे परिवार जिनकी मासिक आमदनी ₹12000 महीने से कम है, यानी 1 लाख 42000 तक वार्षिक आमदनी जिनकी है, वह शामिल होंगे. उससे अधिक वाले शामिल नहीं होंगे जो आयकर नहीं देते.
  5. जिनके पास ढाई एकड़ तक की संचित जमीन है या 5 एकड़ तक की असंचित जमीन है, वह इसमें पात्र होंगे. जिनके पास 5 एकड़ से ज्यादा जमीन है, वह पात्र नहीं होंगे.
  6. जिन परिवार के पास चार पहिया वाहन है. मोटर कार आदि, वह इसमें शामिल नहीं होंगे.
  7. शासकीय सेवा में कोई है तो वह इसमें शामिल नहीं होंगे.

शहरों के लिए भी योजना शीघ्र: CM शिवराज ने कहा कि ''शीघ्र ही शहर के लिए भी एक योजना में लेकर आ रहा हूं. शहर में मल्टी बनेगी, उसमें छोटी सी जगह में मकान बना कर देंगे या जिनके बरसों से कब्जे पट्टे हैं, उन्हें भी एक योजना लेकर आ रहे हैं. यह योजना भी ग्रामीण क्षेत्र के लिए है.''

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गड़बड़ी करने वालों को देंगे सजा:सीएम ने कहा कि ''इस योजना में कोईगड़बड़ करेगा तो उसे छोड़ेंगे नहीं. लेकिन आप इस चक्कर में मत आना, यह एकदम निशुल्क योजना है, आवेदन भरे जाएंगे, कहीं गड़बड़ हो खबर मिल जाए तो मैं सही कर दूंगा. लेकिन आप सावधान रहकर यह आवेदन भरिए और इस योजना का लाभ उठाइए.'' उन्होंने यह भी कहा कि ''एक साथ सबको मकान नहीं मिल पाएंगे. पहले साल में तीन से चार लाख लोगों को, दूसरे साल में तीन से चार लाख मकान बनेंगे. बजट में जैसे-जैसे पैसा आएगा, सूची बनाएंगे और उन सूचियां को गांव में लगा देंगे.''

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