भोपाल।पटाखा बाजार के थोक विक्रेताओं के मुताबिक इस बार पिछले सालों के मुकाबले बाजार अच्छा है. इस बार पटाखों का बाजार करीब 20 करोड़ तक जाने की उम्मीद है.राजधानी के हलालपुर स्थित पटाखा बाजार से राजधानी के आसपास के शहरों के लोग थोक में पटाखा खरीदने पहुंचते हैं. इनके द्वारा ग्रीन पटाखों के साथ ज्यादा आवाज वाले पटाखों की डिमांग की जा रही है. दरअसल, ग्रीन पटाखों की आवाज 120 डेसिमल तक ही होती है, जबकि आम पटाखों की आवाज 160 डेसिमल तक होती है, जो ध्वनि प्रदूशण के मानकों के हिसाब से नहीं होती. हालांकि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों के मुताबिक पटाखा दुकानों की लगातार चैकिंग की जा रही है और यहां पटाखों की टेस्टिंग की जाती है, ताकि यह तय मानक से ज्यादा आवाज के न हों.
ग्रान पटाखों की कीमत कुछ ज्यादा :उधर, हलालपुर के थोक बाजार में पटाखा लेने पहुंचे ग्राहक जितेन्द्र सिंह का कहना है कि ग्रीन पटाखे की कीमतें आम पटाखों से ज्यादा है. यह एक वजह है कि इसे खरीदने में लोग कई बार तैयार नहीं होते. बता दें कि ग्रीन पटाखों से 30 फीसदी तक कम प्रदूषण होता है. सीएसआईआर ने इन पटाखों को इस तरह से तैयार किया है, जिससे प्रदूषण कम से कम फैले. पटाखों में बोरियम नाइट्रेट का उपयोग किया जाता है, जबकि ग्रीन पटाखों में इनका उपयोग नहीं किया जाता.