भोपाल।क्या सिर्फ शादी के पहले कुंडली मिलाने से लाइलाज जानलेवा बीमारी को दूर किया जा सकता है. भोपाल के एक डॉक्टर दंपत्ति ने एक ऐसी हेल्थ कुंडली विकसित की है, जिसके मिलाने से दूल्हा दुल्हन ही नहीं बल्कि उनकी आने वाली पीढ़ी को भी सिकल सेल जैसी खतरनाक बीमारी से बचाया जा सकता है. 27 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भोपाल के इन्हीं डॉक्टर दंपत्ति का यह फॉर्मूला पूरे देश में लागू करने वाले हैं. पीएम मोदी पूरे देश के लिए जिस सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन अभियान की शुरुआत करने वाले हैं.
सिकल सेल के चार्ट का नाम कुंडली:डॉक्टर निशांत नम्बीसन और डॉक्टर स्मिता नम्बीसन बताते हैं कि "जिस तरह से ज्योतिष के अनुसार हर परिवार अधिकतर कुंडली मिलाता है और कुंडली में ग्रह नक्षत्र आदि का मिलान किया जाता है, उसी तरह हमने डॉक्टरी भाषा में सिकल सेल से संबंधित एक चार्ट बनाया है, जिसे कुंडली का नाम दिया गया है. इस चार्ट में तमाम टेस्ट और व्यक्ति के बॉडी से रिलेटेड इश्यूज की जानकारी होती है कि उसके कौन-कौन से सेल्स बॉडी में कितने हैं, कौन-कौन से टिशूज की मात्रा अधिक है और कम है. इसको लेकर पूरा का पूरा उनका एक चार्ट बनाया जाता है, जिसे हमने कुंडली का नाम दिया है. इसी तरह दूसरे व्यक्ति या महिला का भी पूरा ऐसा चार्ट बनाया जाता है. इस चार्ट के माध्यम से आसानी से मिलान कर यह पता लगाया जा सकता है कि इस बीमारी को कितने समय में खत्म किया जा सकता है, क्योंकि उसमें पूरी डायग्नोस्टिक जानकारी होती है."