भोपाल। चार घंटे पहले मां नवजात बच्चों को दूध पिलाकर सुलाती है. तड़के उठकर उन्हीं मासूम जुड़वा बच्चों को सीने से लगाए घर से निकलती है और उनकी हत्या कर देती है. नवरात्र के दिनों में माता के कुमाता हो जाने की ये कहानी हिला देने वाली है. भोपाल में जुड़वा बच्चों की हत्या की गुत्थी सुलझने के बाद जो सवाल हर एक के दिमाग में है कि आखिर एक मां ने फूल से बच्चों का गला दबाया क्यों. हर शख्स उसी सवाल पर खड़ा है कि 17 दिन पहले अपनी कोख से जिन्हें पैदा किया, अपने उन्हीं मासूम बच्चों को मां ने कब्र तक क्यों पहुंचाया. bhopal crime news, bhopal mata bani kumata, bhopal twins murder case
क्या जानती थी कि दूध पिलाने वाली करेगी खून: कोलार इलाके की जिस बस्ती में सपना की ससुराल है. वहां किसी के भी पहुंचते ही भीड़ जमा हो जाती है. पिछले कई दिन इस परिवार ने भी इसी इंतज़ार में गुजारे कि पुलिस लापता हुए बच्चों का सुराग लेकर लौटेगी, लेकिन जो सच पुलिस के सामने आया वो सच जान लेने के बाद पूरा परिवार सदमें में है. डिलेवरी के बाद से सपना जिस दिन से घर आई उस दिन से सास उसी के साथ उसके कमरे में रहती है. जिस दिन तड़के वो घर से निकली उस दिन भी रात में सास प्रेम बाई उसी के कमरे में थी. प्रेम बाई बताती है, मेरे सामने उसने दोनों बच्चों को दूध पिलाया, सुलाया और मुझे कहा कि आप भी सो जाओ. उन्होंने कहा कि सुबह के वक्त नींद गहरी लग गई और उम्र भी हो गई है. जब सुबह उठी तो देखा ना बहू है ना बच्चे. जब बहू को देखने कमरे में गई तो कहीं नहीं थी. फिर लड़के को दौड़ाया. वो तो आज पता चल रहा है कि उस दिन वो सुबह निकली तो बच्चों को मारने घर से निकली थी. क्या माली हालत खराब थी, परिवार ऐसा कदम कोई मां क्यों उठाएगी. प्रेम बाई कहती हैं ऐसी भी हालत खराब नहीं है, बाकी भी बच्चे पल ही रहे हैं. उसकी ढाई साल की बड़ी लड़की भी तो पल रही है. ना पति-पत्नी में कभी झगड़ा हुआ. कुछ समझ नहीं आ रहा बहू ने बच्चों को मारा क्यों.