भोपाल।दोस्तों अब आप घर बैठे भी सट्टा खेल सकते हो, न किसी का डर और न करें फिकर.. ये शब्द हैं एक वेबसाइट के विज्ञापन के, जो भोपाल में ऑनलाइन सट्टा खिलाने के लिए खुला ऑफर दे रही है. जब इस वेबसाइट पर सर्च किया तो यहां हर राज्य में सट्टा लगाने के लिए अलग नंबर दिया गया था, आप कॉल करिए और जुड़ जाइए. एक वेबसाइट तो बकायदा भोपाल मटका के नाम से संचालित हो रही हैं, यह तो वे वेबसाइट हैं जो दिखाई दे रही हैं, लेकिन जब प्ले स्टोर पर जाकर ऑनलाइन सट्टा लिखते हैं तो दर्जनों एप नजर आते हैं, लेकिन यह सब पुलिस की पकड़ से बेहद दूर बैठकर खेल और खिलवा रहे हैं. यहां तक कि जो प्रोफेशनल सटोरिए थे, जिन्हें पुलिस जानती थी उन्होंने भी टेलीग्राम, व्हाटस एप जैसे एप का इस्तेमाल शुरू कर दिया है. बीते सिर्फ 14 दिन में 100 से अधिक मामले मप्र के अलग-अलग जिलों में पकड़े गए हैं. यह स्थिति इसलिए भी है कि इनको रोकने के लिए जो धाराएं हैं, वे जमानती है और ऑनलाइन सट्टा पर रोक के लिए कोई कानून नहीं है, इसे लेकर क्राइम ब्रांच के डीसीपी शैलेंद्र चौहान ने बताया कि "लगातार कार्रवाई कर रहे हैं. अब यह लोग बेहद नए एप और टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर सट्टा खेल रहे हैं."
यह मामले आए सामने:भोपाल क्राइम ब्रांच पुलिस ने 14 दिन पहले दो सट्टेबाजों को मैच में पैसा लगाते हुए रंगे हाथों पकड़ा, यह लोग इकबाल मैदान के पास ऑनलाइन सट्टा खिला रहे थे. जब सटोरियों को गिरफ्तार किया तो इनके पास से दो मोबाइल फोन, 3100 नगदी और सट्टे खेलने की ऑनलाइन आईडी मिली. वहीं एक भोपाल में एक जगह ऑनलाइन सट्टा के चलते एक युवक पर 15 लाख रुपए का कर्ज हो गया और उसने अपनी मां के गहने तक बेच दिए.