भोपाल।राजधानी भोपाल में नवरात्रि की अष्टमी को कन्याभोज के बहाने दो बच्चों का अपहरण करने के मामले में गठित की गई एसआईटी को एक बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने आरोपी महिला डॉक्टर को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है. इस पूरे मामले में मुख्य आरोपी महिला डॉक्टर की तलाश में पहले से ही एक टीम दिल्ली में थी. लेकिन डॉक्टर का कुछ पता नहीं चल रहा था. भोपाल से दूसरी टीम आरोपी अर्चना सैनी को लेकर दिल्ली गई थी. इसके बाद इस पूरे मामले में साउथ दिल्ली के बदरपुर से उसे महिला डॉक्टर को गिरफ्तार कर भोपाल लाया जा रहा है. बताया जा रहा है कि महिला डॉक्टर इस पूरी घटना के बाद से गायब हो गई थी.
बच्चियों को खरीदने वाली थी महिला डॉक्टर: राजधानी भोपाल के पुलिस की सहायक आयुक्त अनिता प्रभात शर्मा जो कि अंतर्राज्यीय बच्चियों के अपहरण करने वाली गैंग को पकड़ने के बाद से इस पूरे मामले में बनाई गई एसआईटी (विशेष जांच दल) का काम संभाल रही हैं. इस पूरे मामले में मुख्य आरोपी अर्चना सैनी पूछताछ में लगातार दिल्ली की एक महिला डॉक्टर का जिक्र कर रही थी. जिसके साथ उसकी अपरहण की गई बच्चियों की सौदे बाजी की बात चल रही थी. जिसकी गिरफ्तारी के लिए कोतवाली पुलिस और क्राइम ब्रांच की एक टीम पहले से ही दिल्ली गई हुई थी. पर वह उस महिला डॉक्टर को तलाश नहीं पाई थी.
झोलाछाप डॉक्टर है आरोपी सीमा:अर्चना ने कहा कि ''वह भोपाल से उस डॉक्टर के बारे में नहीं बता पाएगी, पर यदि वह दिल्ली जाएगी तो उस जगह तक पुलिस को ले जा सकती है जहां उसकी मुलाकात हुई थी और उसका अस्पताल है.'' इसके बाद एक अन्य पुलिस टीम महिला को लेकर दिल्ली गई थी. जिसके बाद भोपाल पुलिस ने दिल्ली पुलिस की मदद से साउथ दिल्ली के बदरपुर से डॉक्टर शक्ति देवी उर्फ सीमा को हिरासत में लिया है. भोपाल पुलिस उसे लेकर भोपाल आ रही है. जहां डॉक्टर शक्ति से इस पूरे मामले में पूछताछ की जाएगी. शरुआती जांच में सामने आया है कि वह एक झोलाछाप डॉक्टर है और वह पहले दाई का काम करती थी. इसके चलते कई अस्पताल और नर्सिगहोम में उसकी पहचान है. उसके पास से भी पुलिस को एक तीन साल का बच्चा मिला है.