भोपाल। CBI ने भोपाल एम्स (Bhopal AIIMS) के डिप्टी डायरेक्टर (Deputy Director) धीरेन्द्र प्रताप सिंह (Dhirendra Pratap Singh) को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. एम्स के डिप्टी डायरेक्टर 1 लाख रुपए की रिश्वत ले रहे थे. इस दौरान CBI ने ट्रैप करके उन्हें रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ लिया.
भोपाल एम्स के डिप्टी डायरेक्टर धीरेन्द्र प्रताप सिंह मेडिकल कॉन्ट्रैक्टर से मांगी थी 1 लाख की रिश्वत
भोपाल एम्स (Bhopal AIIMS) के डिप्टी डायरेक्टर (Deputy Director) धीरेन्द्र प्रताप सिंह (Dhirendra Pratap Singh) ने मेडिकल संबंधी बिल पास करने के लिए मेडिकल कॉन्ट्रैक्टर से 1 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी. जिसकी शिकायत मेडिकल कॉन्ट्रैक्टर ने CBI से की थी. बताया जा रहा है कि धीरेन्द्र प्रताप सिंह शाहपुरा क्षेत्र के विष्णु रेस्टोरेंट के पास रिश्वत ले रहे थे. सीबीआई ने इसी रेस्टारेंट से डिप्टी डायरेक्ट को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. गिरफ्तारी के बाद सीबीआई धीरेंद्र प्रताप सिंह के फ्लैट पर भी पहुंची है. यहां कांट्रेक्ट से संबंधित दस्तावेजों की छानबीन और पूछताछ की जा रही है.
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प्रतिनियुक्ति पर आए हैं डीपी सिंह
बताया जा रहा है कि एम्स की डिप्टी डायरेक्टर डीपी सिंह शनिवार दोपहर 2 बजे तक एम्स में ही मौजूद थे. शनिवार को एम्स में हाफ डे ही ऑफिस रहता है, इसलिए वे यहां से निकलकर चले गए थे. जिसके कुछ देर बाद ही वे शाहपुरा के एक रेस्टारेंट में पहुंचे थे. रीवा के रहने वाले डीपी सिंह मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अधिकारी हैं और पिछले साल नवंबर मे ही वे भोपाल एम्स में प्रतिनियुक्ति पर आए थे.
सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने AIIMS डायरेक्टर सरमन सिंह पर लगाए थे गंभीर आरोप लंबे समय से विवादों में है भोपाल AIIMS
थोड़े समय पहले भोपाल AIIMS के डायरेक्टर डॉक्टर सरमन सिंह की कार्यप्रणाली पर भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने सवाल खड़े किए थे. प्रज्ञा ठाकुर ने AIIMS डायरेक्टर पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने के आरोप लगाए थे. साथ ही उन्हें हटाने के लिए काफी पत्राचार भी किए गए थे. प्रज्ञा ठाकुर के बयान पर AIIMS के डायरेक्टर ने पलटवार करते हुए कहा था कि "सांसद चाहती हैं कि मैं उनका सर्वेंट बनकर रहूं."