भोपाल।गिरफ्तार किए गए आरोपियों पर आरोप है कि अपात्र लोगों को आयुष्मान कार्ड की पात्रता उपलब्ध कराते थे और उन्हें आयुष्मान कार्ड बनाने में सहायता करते थे. क्राइम ब्रांच का मानना है कि पूरे प्रदेश में 500 से अधिक आयुष्मान कार्ड इन लोगों द्वारा बनाए गए हैं. इस पूरे मामले में क्राइम ब्रांच अभी और लोगों की गिरफ्तारी भी कर सकती है. राजधानी सहित पूरे प्रदेश में आयुष्मान कार्ड को लेकर लंबे समय से शिकायतें मिल रही थीं. हालांकि मध्यप्रदेश में इसे लेकर कुछ अस्पतालों को ब्लैक लिस्टेड भी किया गया है. इसके बाद भी अपात्र लोग आयुष्मान योजना के तहत कार्ड बनवा कर उसका लाभ ले रहे थे.
मुख्य आरोपी से पूछताछ:क्राइम ब्रांच के उपायुक्त अमित कुमार ने बताया कि लिखित शिकायत प्राप्त हुई थी. जिसकी जांच के दौरान अपात्र लोगों को आयुष्मान योजना के कार्ड बनाने वाले एक व्यक्ति अनुराग श्रीवास्तव को मध्यप्रदेश के शिवपुरी से गिरफ्तार किया गया. पूछताछ के दौरान उसने स्वीकार किया कि उसने अपात्र लोगों को लगभग 500 आयुष्मान योजना के कार्ड बनवाए. इसके साथ ही उसने इस मामले में लिप्त लोगों के बारे में भी जानकारी दी थी. दरअसल, नौकरी जाने के बाद भी ये लोग अपात्र लोगों के आयुष्मान योजना के आवेदनों को स्वीकृति प्रदान करते थे. अनुराग श्रीवास्तव से मिली जानकारी के आधार पर भोपाल क्राइम ब्रांच ने इस गिरोह के दो अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी की है. इनके नाम हैं राहत खान निवासी मुंगावली, अशोकनगर और प्रकाश पंथी गंजबासौदा विदिशा.