भोपाल। एमपी-यूपी में आतंक का पर्याय रहे सात लाख के इनामी कुख्यात डकैत बबली कोल और लवलेश कोल को सतना पुलिस ने एक मुठभेड़ में मार गिराया. इस मुठभेड़ की न्यायिक और सीआईडी जांच होगी. जिसके बाद ही ये साफ हो सकेगा कि ये गैंगवार था या फिर एनकाउंटर. पुलिस मुख्यालय इस मामले की इन हाउस जांच भी शुरू कर दी है.
'आतंक का पर्याय रहे सात लाख के इनामी डकैत बबली कोल के एनकाउंटर की होगी न्यायिक जांच' - Babli and Lovelesh Coal encounter
सतना में रविवार की शाम डकैत बबली कोल और लवलेश कोल के एनकाउंटर में मारे जाने पर विवाद बढ़ता जा रहा है. सतना पुलिस के एनकाउंटर के दावे के बाद अधिकारियों का कहना है कि अब इस मामले की ज्यूडिशियल और सीआईडी जांच की जायेगी.
सतना में रविवार की शाम डकैत बबली कोल और लवलेश कोल के पुलिस मुठभेड़ में मारे जाने के बाद ये विवाद गर्माता जा रहा है. पहले डकैत बबली कोल और लवलेश कोल की हत्या गैंगवार के चलते होने की बात सामने आई थी, लेकिन सोमवार शाम सतना पुलिस ने बबली और लवलेश के एनकाउंटर में मारे जाने का दावा किया है, जिसके बाद इस एनकाउंटर को लेकर कई सवाल खड़े होने लगे हैं.
PHQ के अधिकारियों का कहना है कि इस मामले की ज्यूडिशियल और सीआईडी जांच की जाएगी, जिसके बाद पता चलेगा कि ये एनकाउंटर फेक है या नहीं. इसके लिए एनकाउंटर में शामिल पूरी टीम के बयान भी दर्ज किए जाएंगे. वहीं SAF AIG आशुतोष प्रताप सिंह ने बताया कि पुलिस को गैंगवार की कोई पुष्टि नहीं मिली है. हालांकि, पुलिस अधिकारियों का कहना है कि किसी भी एनकाउंटर के बाद जुडिशल और सीआईडी जांच की प्रक्रिया सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के अनुसार की ही जाती है.