भोपाल| राजधानी में देर शाम हिन्दी दिवस पर आज अटल बिहारी वाजपेयी हिन्दी विश्वविद्यालय के प्रशासन अकादमी में सत्र आरंभ कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस अवसर पर प्रदेश के राज्यपाल मुख्य अतिथि के तौर पर कार्यक्रम में उपस्थित हुए.
स्थानीय बोली के प्रति लगाव को हिन्दी का विरोध नहीं मानना चाहिए- राज्यपाल - mp news
भोपाल के अटल बिहारी वाजपेयी हिन्दी विश्वविद्यालय के प्रशासन अकादमी में सत्रारम्भ कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस अवसर पर प्रदेश के राज्यपाल मुख्य अतिथि के तौर पर कार्यक्रम में उपस्थित हुए.
इस अवसर पर उपस्थित उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने मंच पर ही राज्यपाल की बातों का अक्षरश: पालन करने की घोषणा की. कार्यक्रम में जनसम्पर्क एवं विधि विधायी मंत्री पीसी शर्मा भी मौजूद थे. राज्यपाल लालजी टंडन ने कहा कि महान हिन्दी सेवी अटल बिहारी वाजपेयी के नाम धारी हिन्दी विश्वविद्यालय को विशेष दर्जा दिया जाना चाहिए. विश्वविद्यालय में अल्प वेतन पर सेवाएं दे रहे शिक्षकों से ही उनके पदों की पूर्ति की जाना चाहिए .
राज्यपाल ने कहा कि हिन्दी में देश की धरती में जन्मी हर भाषा और बोली को अपने में समाहित करने की क्षमता है. स्थानीय बोली और भाषा के प्रति लगाव को हिन्दी का विरोध नहीं मानना चाहिए. आवश्यकता उसे स्वाभिमान से जोड़ने की है. हिन्दी में अंग्रेजी की चाशनी जोड़ने की प्रवृत्ति को छोड़ने की है. उन्होंने कहा कि हिन्दी स्वतंत्रता आन्दोलन की भाषा थी . गुजराती भाषी महात्मा गांधी उसके सबसे बड़े समर्थक थे.