भोपाल। जीवित नदी का दर्जा प्राप्त नर्मदा के सीने को एक बार फिर मुख्यमंत्री के संरक्षण में छलनी करने का अभियान शुरू हो गया है, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह पर ऐसा आरोप प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव ने लगाया है. उन्होंने कहा कि 500 डंपर प्रतिदिन बिना रॉयल्टी के रेत का अवैध परिवहन किया जा रहा है. अरुण यादव ने शिवराज के मुख्यमंत्री बनने के बाद उनके संरक्षण में दोबारा नर्मदा में मशीनों के जरिए अवैध रेत खनन एवं परिवहन शुरू होने का आरोप लगाते हुए वीडियो जारी किया है.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र से सटे रायसेन जिले के बाड़ी की गोरा मछुराई स्थित रेत खदान में मुख्यमंत्री के दो भाइयों और उनके एक सेवानिवृत रिश्तेदार और पुलिस अधिकारी खुलेआम रेत का कारोबार करवा रहे हैं. रोजाना करीब 500 डंपर बिना रॉयल्टी के लॉकडाउन में भी सप्लाई कर रहे हैं, स्थानीय पुलिस, जिला प्रशासन असहाय है.
बिना अनुबंध के हो रहा खनन
पूर्व प्रदेशाध्यक्ष ने कहा प्रदेश में नई रेत खनन नीति के बाद खदानों के समूह बनाकर नीलामी की गई थी, जिसमें ये खदानें भी शामिल हैं. रायसेन जिले में नर्मदा नदी की रेत खदानों का ठेका किसी राजेन्द्र रघुवंशी की फर्म को मिला है. ठेकेदार व माइनिंग कॉर्पोरेशन के साथ अनुबंध होने के पहले रॉयल्टी जारी नहीं की जा सकती है. लिहाजा, बिना अनुबंध किए गोरा मछुराई में नर्मदा नदी से प्रतिदिन 500 डंपर अवैध रेत परिवहन बिना रॉयल्टी चुकाए कैसे और किसके संरक्षण में जा रहा है.