राजधानी के एक लैब ने मरीज को दी गलत रिपोर्ट, जिला स्वास्थ्य अधिकारी ने दिए बंद करने का आदेश - भोपाल अर्चना पैथोलॉजी लैब ने गलत रिपोर्ट दी
राजधानी भोपाल में गलत रिपोर्ट देने का खामियाजा एक पैथोलॉजी लैब को भुगतना पड़ा. जिला स्वास्थ्य अधिकारी ने लैब को बंद करने के आदेश दिए.
लैब बंद करने के आदेश
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Published : Apr 12, 2023, 10:14 PM IST
भोपाल। मरीज को गलत जांच रिपोर्ट सौंपने पर भोपाल की एक लैब को बंद करने की कार्रवाई हुई. भोपाल स्थित अर्चना पैथोलॉजी द्वारा गलत जांच रिपोर्ट देने पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वाथ्य अधिकारी डॉ. प्रभाकर तिवारी ने पैथोलॉजी को बंद करने के आदेश जारी किए गए.
दूसरी लैब में नार्मल आई शुगर रिपोर्ट: भोपाल के रहने वाले चन्द्र प्रकाश जैन ने अपने शुगर की जांच 3 महीने के अंतराल के बाद 8 अप्रैल को न्यू मार्केट स्थित अर्चना पैथोलॉजी में कराई. जहां रिपोर्ट में उन्हें सुगर की तीन माह की जांच HBA1C 9.54 आई. एकदम से शुगर बढ़ जाने के चलते परिवार और उनके परिचित घबरा गए और आनन-फानन में उन्हें एडमिट करने की व्यवस्था करने लगे, लेकिन उनकी हालत देखकर ऐसा नहीं लग रहा था कि उनकी शुगर इतनी बढ़ी हुई होगी. इस पर एक अन्य परिचित ने सलाह दी कि पास ही दूसरी लैब है, वहां भी चलकर जांच करा लेते हैं. इसके बाद चंद्र प्रकाश और उनका परिवार पास ही बनी दूसरी लैब पर उन्हें लेकर गए और जांच कराई. जांच में शुगर का रेशो कंट्रोल में आया और काफी कम रहा. इसके बाद परिवार के सदस्यों ने राहत की सांस ली, लेकिन अर्चना पैथोलॉजी लैब की लापरवाही की शिकायत उन्होंने जिला स्वास्थ्य अधिकारी से कर दी.
अर्चना पैथोलॉजी की रिपोर्ट
पैथोलॉजी को बंद करने के आदेश:इधर जिला स्वास्थ्य अधिकारी ने दोनों रिपोर्ट देखी तो उन्होंने इसमें अर्चना पैथोलॉजी की गलती पाई. इसके बाद गलत जांच रिपोर्ट देने की शिकायत पर अर्चना पैथोलॉजी लैब एक्सरे एण्ड डायग्नोस्टिक सेन्टर जो एमएलए क्वार्टस के पास, नार्थ टीटी. नगर में है, उसको बंद करने के आदेश जारी किए गए हैं. सीएमएचओ प्रभाकर तिवारी ने बताया कि दोनों ही रिपोर्ट देखने के बाद यह साफ तौर पर समझ में आता है कि अर्चना पैथोलॉजी से गलत रिपोर्ट मरीज को दी गई. जिससे मरीज और उनके परिवार को मानसिक परेशानी भी हुई. दोनों ही रिपोर्ट एक ही दिन की है और एक ही दिन में कुछ समय के अंतराल पर इतना बदलाव नहीं हो सकता था. इसलिए जानकारी मिलने के बाद और रिपोर्ट के आधार पर अर्चना पैथोलॉजी की लैब को बंद करने के आदेश जारी किए गए.
शक होने पर दोबारा कराई थी जांच: कराई इस मामले में चंद्र प्रकाश जैन का कहना था कि वह हर 3 महीने पर अपनी शुगर टेस्ट कराते हैं और शुगर लगभग नॉर्मल ही निकलती है, क्योंकि वह लगातार दवाइयों के साथ डाइट फॉलो कर रहे हैं. ऐसे में उन्होंने जब कुछ दिन पहले मार्च में ही शुगर टेस्ट कराई थी. तब शुगर कंट्रोल में थी और 10 से 12 दिन के बाद जब अर्चना पैथोलॉजी में टेस्ट कराई तो एकदम से बढ़ी हुई रिपोर्ट सामने आई. जबकि उनकी स्थिति ठीक थी. ऐसे मैं इस रिपोर्ट पर शक हुआ तो उन्होंने पास ही जवाहर चौक पर बनी अन्य लैब में जांच कराई. जहां रिपोर्ट में ये कंट्रोल में है। इसके बाद उन्होंने इसकी शिकायत जिला स्वास्थ्य अधिकारी से की.