भोपाल| स्वास्थ्य विभाग के अस्पतालों में डॉक्टर्स के हॉस्पिटल पहुंचने का समय भले ही बदल दिया गया हो, लेकिन सरकार मेडिकल कॉलेज के अस्पतालों में डॉक्टर्स की टाइमिंग बदलने के मूड में नहीं है. हालांकि चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ विजय लक्ष्मी साधौ ने हॉस्पिटल में डॉक्टर्स के देरी से आने और जल्दी चले जाने के रवैए पर नाराजगी जताई है. उनके मुताबिक डॉक्टर्स की टाइमिंग सुधारने के लिए मेडिकल कॉलेज में बायोमेट्रिक मशीनें लगाई गई हैं.
डॉक्टर्स की टाइमिंग से नाराज चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने मेडिकल कॉलेजों में लगावाई बायोमैट्रिक मशीन
चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ विजय लक्ष्मी साधौ ने हॉस्पिटल में डॉक्टर्स के देरी से आने और जल्दी चले जाने के रवैए पर नाराजगी जताई है. डॉक्टरों की टाइमिंग को व्यवस्थित करने के लिए हॉस्पिटल में बायोमैट्रिक मशीन भी लगाई गई हैं.
चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉक्टर विजय लक्ष्मी साधौ के मुताबिक मेडिकल कॉलेजों के डॉक्टर्स को संबंधित अस्पतालों में मरीजों के इलाज के साथ-साथ बच्चों को पढ़ाना भी पड़ता है, इसलिए उनकी टाइमिंग बदलना फिलहाल मुश्किल है. विजय लक्ष्मी साधौ ने डॉक्टरों की हॉस्पिटल में देरी से आने और जल्दी चले जाने के रवैए पर कड़ा एतराज जताया है. मंत्री का कहना है कि उन्हें पता चला है कि कई डॉक्टर देरी से हॉस्पिटल पहुंचते हैं और समय के पहले ही हॉस्पिटल से चले जाते हैं. डॉक्टरों का यह रवैया ठीक नहीं है क्योंकि मेडिकल कॉलेज से जुड़े अस्पतालों में बड़ी संख्या में मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं.
चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने कहा की मेडिकल कॉलेजों में डॉक्टरों की टाइमिंग को व्यवस्थित करने के लिए हॉस्पिटल में बायोमैट्रिक मशीन भी लगाई गई हैं ताकि डॉक्टर समय पर हॉस्पिटल आएं और निर्धारित समय पूरा होने के बाद ही हॉस्पिटल से जाएं.