भोपाल। रविंद्र भवन में संस्कृति और जनसंपर्क विभाग की ओर से 'आवाज दो हम एक हैं' अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया. इस दौरान डॉक्टर राहत इंदौरी, डॉक्टर कुमार विश्वास, डॉक्टर संपत सरल, रासबिहारी रमेश मुस्कान, कविता तिवारी, दिनेश बावरा और कर्नल वीपी सिंह ने अपनी-अपनी रचनाएं पेश की. इस दौरान मुख्यमंत्री कमलनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, संस्कृति मंत्री डॉक्टर विजयलक्ष्मी साधौ, मंत्री आरिफ अकील, जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा उपस्थित रहे.
अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन, राहत इंदौरी, कुमार विश्वास ने बांधा समां - All India Kavi Sammelan in bhopal
रविंद्र भवन में अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया, इसमें मुख्यमंत्री कमलनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, संस्कृति मंत्री डॉक्टर विजयलक्ष्मी साधौ, मंत्री आरिफ अकील, जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा मौजूद रहे.
डॉक्टर राहत इंदौरी के शेर पर दर्शकों ने जमकर तालियां बजाईं. उनका शेर 'यकीन हो या ना हो बात तो यकीन की है, हमारे जिस्म की मिट्टी इसी जमीन की है', 'हमारे मुल्क के सब लोग भाई-भाई हैं', यह दूरियों की सियासत किस जमीन की है', वहीं दूसरा शेर 'मैं जब मर जाऊं, तो मेरी अलग पहचान लिख देना, लहू से मेरी पेशानी पर हिंदुस्तान लिख देना' पर दर्शक वाह-वाह कर उठे. कुमार विश्वास की रचना नमन उनको जो कि इस देह को अमृत देकर इस जगत में शौर्य की जीवित कहानी हो गए हैं, नमन उनको जिनके सामने बौना हिमालय जो धरा पर गिर पड़े पर आसमानी हो गए हैं, पर भी लोगों ने जमकर तालियां बजाईं.