भोपाल। मध्यप्रदेश में लोकसभा चुनाव के दौरान हुए काले धन के लेनदेन मामले में फंसे चारों पुलिस अधिकारी अब कोर्ट जाने की तैयारी में है. चारों पुलिस अधिकारियों को आरोप पत्र भी सौंप दिए गए हैं और सीबीडीटी की रिपोर्ट के आधार पर इन अधिकारियों से लेनदेन को लेकर सवाल भी किए गए हैं. आरोप पत्रिका में जवाब देने के साथ ही यह चारों अधिकारी कोर्ट का दरवाजा खटखटाने की तैयारी में जुटे हुए हैं.
कोर्ट की शरण में जाने की तैयारी में अधिकारी
लोकसभा चुनाव के दौरान हुए काले धन के लेनदेन मामले में फंसे मध्यप्रदेश कैडर के 3 आईपीएस अधिकारी और राज्य पुलिस सेवा के एक अधिकारी इस मामले को लेकर कोर्ट जाने की तैयारी में हैं. इन चारों पुलिस अधिकारियों को आरोप पत्र भी दिया गया है और सीबीडीटी की रिपोर्ट के आधार पर लेनदेन की जो बातें सामने आई है, उसको लेकर भी इन चारों अधिकारियों से सवाल किए गए हैं. अब यह चारों पुलिस अधिकारी अपने-अपने वकीलों के माध्यम से आरोप पत्र का जवाब तैयार कर रहे हैं और इसके साथ ही कोर्ट की शरण में भी जाने की तैयारी कर रहे हैं.
सरकार को भी भेज चुके हैं पत्र
3 आईपीएस अधिकारी सुशोभन बनर्जी, वी. मधुकुमार और संजय माने समेत राज्य पुलिस सेवा के अधिकारी अरुण मिश्रा के खिलाफ ईओडब्ल्यू ने प्राथमिक जांच दर्ज की है. प्राथमिक जांच दर्ज होने के बाद चारों पुलिस अधिकारियों ने अपने-अपने वकीलों के जरिए सरकार को पत्र भी भेजे थे. जिसमें साफ तौर पर लिखा गया था, कि उनके खिलाफ किस आधार पर प्राथमिक जांच दर्ज की गई है. पत्र में यह भी लिखा गया था कि इस मामले में सीबीडीटी की रिपोर्ट के खुलासे के बाद लगभग 64 विधायक, नेता और कारोबारियों के भी नाम सामने आए थे. लेकिन केवल चार पुलिस अधिकारियों के खिलाफ है प्राथमिक जांच क्यों दर्ज की गई.