भोपाल। बीजेपी के दो विधायकों को अपने पाले में लाने के बाद एक तरफ जहां कांग्रेस जश्न मना रही है, तो वहीं दूसरी तरफ पार्टी में असंतोष के स्वर भी उठने लगे हैं. विंध्य क्षेत्र के दिग्गज कांग्रेसी नेता अजय सिंह ने नारायणी त्रिपाठी की घर वापसी पर नाराजगी जताते हुए सवाल खड़े किए हैं.
नारायण त्रिपाठी को लेकर दिए अजय सिंह के इस बयान ने उजागर की कांग्रेस की गुटबाजी
विधानसभा में बीजेपी के दो विधायकों द्वारा क्रास वोटिंग करने के बाद कांग्रेस खुस नजर आ रही है. वहीं पार्टी के ही कुछ नेताओं ने दो नेताओं के पार्टी में आने पर नाराजगी जताई है.
अजय सिंह ने कहा है कि नारायण त्रिपाठी को लाने से पहले पार्टी को यह सोचना चाहिए था, निष्ठावान कार्यकर्ताओं के ऊपर क्या गुजरेगी. हालांकि उन्होंने मुख्यमंत्री कमलनाथ को अनुभवी नेता बताते हुए कहा कि पांच साल सरकार चलाने के लिए उन्होंने यह सोच समझकर ही कदम उठाया होगा.
अजय सिंह ने कहा इन लोगों के बारे में जो उनकी व्यक्तिगत राय है, वह जग जाहिर है. जहां तक आज की राजनीतिक संस्कृति है,उसके बारें में कुछ नहीं कहा जा सकता है. बता दें नारायण त्रिपाठी और अजय सिंह की पुरानी अदावत है. 2014 लोकसभा चुनाव में अजय सिंह सतना लोकसभा सीट से चुनाव लड़े थे और उस दौरान नारायण त्रिपाठी कांग्रेस के विधायक हुआ करते थे. तब अजय सिंह चुनाव हार गए थे और अपनी हार का कारण उन्होंने उस क्षेत्र के ब्राहम्ण मतदाताओं को बताया था. इसी बात को लेकर अजय सिंह और नारायण त्रिपाठी के बीच संबंध बिगड़ गए थे.