भोपाल। मध्यप्रदेश के होशंगाबाद में कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग के मामले में जिला प्रशासन द्वारा की गई कार्रवाई की भले ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तारीफ कर चुके हो. लेकिन प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने बयान दिया है कि प्रदेश में अभी तक कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग ही शुरू नहीं हुई है. कृषि मंत्री ने यह बयान किसान नेता शिवकुमार शर्मा कक्का के आरोपों पर दिया है. कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा है कि जब प्रदेश में कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग ही शुरू नहीं हुई तो फिर किसानों की आत्महत्या का सवाल ही नहीं उठता.
कमल पटेल ने केंद्र की योजनाओं की तारीफ के पुल बांधे
कृषि मंत्री कमल पटेल ने केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानूनों और योजनाओं की तारीफ करते हुए कहा कि केंद्र की मोदी सरकार द्वारा लाई गई ग्रामीण स्वामित्व योजना किसानों के लिए बेहद फायदे का साबित होगी. इस योजना के बाद किसानों को अपने गांव की संपत्ति का रिकॉर्ड और मालिकाना हक मिलेगा. इसके बाद किसान इसके आधार पर बैंक से लोन ले सकेंगे. कृषि मंत्री से जब किसान नेता शिव कुमार सिंह कक्का के आरोपों पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि अभी तक प्रदेश में कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग ही शुरू नहीं हुई है. हालांकि उन्होंने कहा कि जो भी व्यापारी किसानों के साथ धोखाधड़ी करेंगे उनके साथ सरकार सख्ती से पेश आएगी. पहले भी ऐसे व्यापारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है. कृषि मंत्री ने किसानों से भी अपील की है किसान व्यापारियों के झांसे में ना आएं फसल तभी बेचे जब व्यापारी से उन्हें पैसा मिल जाए.
गौरतलब है कि किसान नेता शिव कुमार शर्मा कक्का ने आरोप लगाया है कि मध्य प्रदेश में अभी तक कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग के मामले में 70 मामले दर्ज हो चुके हैं. जबकि अभी यह कानून ठीक से लागू भी नहीं हो पाया.