MP सिंधी व सिख समाज के बीच सहमित भोपाल।सिंधी और सिख समाज के बीच श्रीगुरुग्रंथ साहिब को लेकर उठे विरोध की आग इंदौर से निकलने के बाद पूरे मध्यप्रदेश में फैलती, उसके पहले ही भोपाल में सिंधी और सिख समाज के प्रतिनिधियों ने आपसी सामंजस कर ऐसे व्यक्तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की पहल की है. गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी भोपाल और सिंधी सेंट्रल पंचायत के पदाधिकारियों ने मिलकर यह निर्णय लिया है कि अगर कोई भी असामाजिक तत्व या व्यक्ति कहीं से भी गुरुग्रंथ साहिब को घर या सिंधी मंदिर आदि से लेकर जाने के लिए आता है तो उस पर तुरंत एफ आईआर दर्ज कराई जाएगी.
दोनों समाज में हमेशा भाईचारा :वहीं सभी समाज के लोगों से अनुरोध भी किया है कि अगर इस तरह से कोई भी असामाजिक तत्व ग्रंथ लेने आता है या बेवजह ले जाने की कोशिश करता है तो उसकी जानकारी तुरंत दोनों ही समाज के पदाधिकारियों को फोन पर दी जाए. जिससे कि उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की जा सके. सिंधी और सिख समाज के लोग भाई -भाई की तरह हैं. शुरुआत से ही वह एक-दूसरे का मान और सम्मान करते आए हैं. ऐसे में आगे भी यह प्रेम और भाईचारा बरकरार रहेगा. सिंधी सेंटर पंचायत के अध्यक्ष भगवानदेव इसरानी ने कहा कि सिंधी और सिख समाज में प्रेमभाव शुरू से है. जिस तरह की घटना इंदौर में हुई है, वह निंदनीय है. उसकी सिंधी समाज निंदा करता है. और अब ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो, इसके लिए सभी ने एकजुट होकर यह निर्णय लिया है कि जैसा चल रहा था, वैसा ही चलता रहेगा.
.. तो तत्काल दें जानकारी : कहीं से भी गुरु ग्रंथ साहिब नहीं हटाए जाएंगे और अगर ऐसा कोई करने के लिए आता है या गुरुग्रंथ साहिब लेकर जाने की बात कहता है तो उसके खिलाफ केस कराएंगे. भोपाल के गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष परमवीर सिंह का कहना है कि सिंधी समाज भी सिख समाज की तरह समान रूप से गुरुग्रंथ साहिब में आस्था रखता है. इंदौर मामले का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि भोपाल में सिंधी और सिख समाज में मिलकर एक राय बनाई है. जिसके तहत अगर कोई असामाजिक तत्व गुरु ग्रंथ साहिब को हटाने के लिए कह रहा है तो इसकी जानकारी तत्काल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को देनी चाहिए. क्योंकि इस प्रकार के निर्देश किसी ने भी जारी नहीं किए. हमारा मुख्य प्रबंधन अमृतसर से अकाल तख्त से होता है और वहां से भी अगले ही दिन कुछ लोगों का दल इंदौर पहुंचा था.
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गुरु ग्रंथ साहिब के प्रति श्रद्धा :इस मामले में जिन लोगों के यहां से गुरु ग्रंथ साहिब हटाए गए थे, उन्हें वापस दिए जा रहे हैं. परमवीर सिंह ने भी कहा कि अगर बेवजह कोई भी व्यक्ति श्रीगुरुग्रंथ साहिब को लेने आता है या हटाने की बात करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी. इस दौरान अखिल भारतीय गृहस्थ साधु समाज के अध्यक्ष बाबा राम दास उदासीन भी मौजूद थे. उन्होंने भी कहा कि हिंदुस्तान में सिंधी और सिख समाज हमेशा भाई भाई की तरह रहा है. दोनों का ही गुरु ग्रंथ साहिब के प्रति श्रद्धा और भक्ति का भाव है, जो कभी कम नहीं हो सकता.