भोपाल। मुख्यमंत्री कमलनाथ शुक्रवार को राजधानी के मध्यप्रदेश आदिवासी विकास परिषद के एक कार्यक्रम में पहुंचे थे. इस कार्यक्रम में उन्होंने मंच से आदिवासियों को कहा कि मामा को मध्यप्रदेश से रवाना कर दिया है, अब चौकीदार की बारी है.
आदिवासी परिषद के कार्यक्रम में सीएम
मानस भवन में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री कमनलाथ ने आदिवासियों को ये भी संदेश दिया कि आदिवासी भाईयों ने साइकिल चलाना सीख गए, मोटरसाइकिल चलाना सीख गए लेकिन मुंह चलाना नहीं सीखा. जब तक आदिवासी मुंह चलाना नहीं सीखेंगे, तब तक कुछ नहीं होने वाला.
इसके अलावा उन्होंने सरकार द्वारा किए गए 75 दिनों में किए गए कामों के बारे में भी चर्चा की. साथ ही बताया कि उनकी 90 दिन की सरकार के 15 दिन आचार संहिता में ही निकल गए. लेकिन सरकार ने शुरुआती 75 दिनों में कर्जमाफी जैसी कई योजनाओं को लागू कर अपनी नीति-नियत स्पष्ट कर दी है. हर सरकार का काम करने का तरीका अलग-अलग होता है. आगामी 180 दिनों में सरकार का कामकाज देखने लायक होगा.
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कांग्रेस के पक्ष में महौल बनाते हुए कहा कि आदिवासियों ने मामा को रवाना कर दिया है और अब चौकीदार को रवाना करना है. इन 5 साल में कुछ लोग देश को दूसरी पटरी पर लेकर चले गए हैं, उसे हमें फिर से पटरी पर लाना होगा.