भोपाल। झाबुआ उपचुनाव में जीत के बाद अब सीएम कमलनाथ बीजेपी का गढ़ माने जाने वाले शहरी इलाकों में कांग्रेस को मजबूत करना चाहते हैं. इसीलिए सीएम कमलनाथ अभी से नगरीय निकाय चुनाव की तैयारी में जुट गए हैं. मध्यप्रदेश में 16 नगर निगमों के अलावा 98 नगर पालिका हैं.
झाबुआ के बाद अब निकाय चुनावों की तैयारी में जुटी कांग्रेस, कहा- अब 'खत्म हो गया मामा का ड्रामा' - Preparation for urban body elections
झाबुआ उपचुनाव में जीत के बाद अब कांग्रेस नगरीय निकाय चुनावों की तैयारी में जुट गई है. वहीं कांग्रेस का कहना है कि अब प्रदेश में मामा का ड्रामा खत्म हो गया है.
नगरीय निकाय चुनाव में जीत हासिल करने के लिए कांग्रेस कई तरह के बदलाव कर रही है. जैसा कि सरकार फैसला ले चुकी है कि अब महापौर या नगरपालिका और नगर परिषद के अध्यक्ष का चुनाव सीधे जनता से ना होकर पार्षदों के द्वारा किया जाएगा. इसके अलावा बड़ी नगर निगमों को दो नगर निगमों में बांटने की रणनीति भी इसी फार्मूले का हिस्सा है. जिसमें भोपाल, इंदौर, जबलपुर जैसे नगर निगम आते हैं.
नगरीय निकाय चुनाव को लेकर मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता दुर्गेश शर्मा ने कहा कि मध्यप्रदेश के अंदर हर स्तर पर कांग्रेस को अपनी टीम के साथ ही जनता की सेवा के लिए खड़ा होना है. इसलिए नगरीय निकायों पर कांग्रेस के लोगों का बैठना जरूरी है. जिस तरह से झाबुआ में प्रचंड जीत हुई है. उससे साफ हो गया है कि अब मामा का ड्रामा मध्यप्रदेश में खत्म हो गया है, भ्रम का जाल टूट गया है, अब मध्य प्रदेश में यथार्थ और सत्य पर काम होगा.