भोपाल। राजधानी भोपाल के ईटखेड़ी थाना क्षेत्र के डोंबरा गांव के पास बोर्ड लगाने को लेकर दो पक्षों के बीच बुधवार के देर रात जमकर खूनी संघर्ष हुआ. गोली लगने से शुभम मीना नाम के युवक की मौत हो गई, आधा दर्जन से अधिक लोग घायल हुए थे. जिन्हें फिलहाल अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इस खूनी संघर्ष के बाद गांव में दहशत का माहौल बना हुआ है. जिसे देखते हुए गांव में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है और लोगों से घर में रहने की अपील की जा रही है. इस क्षेत्र में किसी भी बाहरी व्यक्ति को प्रवेश नहीं दिया जा रहा है. गुरुवार को देर शाम पुलिस की मौजूदगी में मृतक शुभम मीना का अंतिम संस्कार करवा गया है.
दो पक्षों में खूनी संघर्ष बताया जा रहा है कि, मीणा समाज के लोग युवक की मौत के बाद हाईवे पर चक्का जाम करने वाले थे. जिसे देखते हुए तत्काल ही डीआईजी इरशाद वली ने मौके पर पहुंचकर उनसे बातचीत की और आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया. जिसके बाद परिजनों ने मृतक का अंतिम संस्कार किया. इस मामले में 26 लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है और अब तक कुल 8 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है.
डीआईजी इरशाद वली ने जानकारी दी है कि, मां हरसिद्धि चौराहे पर पाल समाज के लोग पाल चौराहा के नाम से बोर्ड लगाना चाहते थे. जिसका मीणा समाज के लोगों ने विरोध किया. बुधवार को पाल समाज ने बोर्ड लगा दिया, इस बात को लेकर कुछ युवकों के बीच झड़प हो गई थी. बात बढ़ने लगी, तो दोनों तरफ से काफी लोग इस झगड़े में शामिल हो गए. इस दौरान संजय पाल नाम के युवक ने फायरिंग शुरू कर दी. गोली लगने से मीणा समाज के शुभम की मौके पर ही मौत हो गई. मृतक के साथ खड़े करण सिंह, कोमल सिंह को भी गोली के छर्रे लगे. वहीं मारपीट में रमेश सिंह, अजय मीना, अक्षय मीना,आनंद मीना गंभीर रूप से घायल हुए है.
विवाद की सूचना मिलने पर भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा और घायलों को अस्पताल में भी भर्ती कराया गया. इस झगड़े में पाल समाज के दो लोगों को भी चोटें लगी हैं. जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. डीआईजी इरशाद वली ने बताया कि, संतोष मीना की शिकायत पर संजय पाल, निर्मल पाल सहित 18 लोगों पर हत्या, बलवा करने का केस दर्ज किया गया है. इसमें 2 महिलाएं भी शामिल हैं. इसमें से आरोपित बद्री प्रसाद पाल ,नरेश,राजेश ,नर्मदा,शुभम,निर्मल पाल को गिरफ्तार कर लिया गया है. निर्मल पाल खेजड़ा ग्राम पंचायत का सचिव भी हैं. पाल समाज की शिकायत पर भी मीना समाज के 8 लोगों पर मामला दर्ज किया गया है.
दोनों पक्षों के कुल 26 लोगों के खिलाफ थाने में मामला दर्ज किया गया है. इस खूनी संघर्ष के दौरान इस्तेमाल हुई बंदूक अभी बरामद नहीं हुई है. बताया जा रहा है कि, वो लाइसेंसी बंदूक है. जिससे फायर की गई थी. डीआईजी का कहना है कि, पुलिस कानूनी रूप से इस मामले में कार्रवाई करेगी. इस मामले में जितने अन्य आरोपी हैं, उन्हें भी जल्द गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया जाएगा. मामले की गंभीरता को देखते हुए फिलहाल अभी भी क्षेत्र में पुलिस बल तैनात किया गया है, ताकि किसी प्रकार की अप्रिय घटना घटित ना हो.