भोपाल। राजधानी में सरकारी जमीनों से अवैध कब्जा हटाने की कार्रवाई प्रशासन द्वारा लगातार की जा रही है. इसी कड़ी में शहर के अशोका गार्डन थाने के पास विश्वकर्मा नगर में भारी विरोध के बाद बेशकीमती सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा हटाने की कार्रवाई की गई. प्रशासन और नगर निगम की संयुक्त टीम ने अवैध निर्माण को तोड़ने की कार्रवाई को अंजाम दिया है. कार्रवाई के दौरान हंगामे को देखते हुए भारी पुलिस बल भी लगाया गया. जानकारी के मुताबिक ये कार्रवाई अगले 3 दिन तक जारी रहेगी.
भोपाल: भारी विरोध के बावजूद प्रशासन ने राजधानी में अतिक्रमण किया जमींदोज
भोपाल जिला प्रशासन और नगर निगम की संयुक्त टीम ने बेशकीमती सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा हटाने की कार्रवाई की. इस दौरान रहवासियों ने जमकर विरोध भी किया. कार्रवाई के दौरान हंगामे को देखते हुए मौके पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया. जानकारी के मुताबिक ये कार्रवाई अगले 3 दिन तक जारी रहेगी.
कार्रवाई को लेकर लोगों में आक्रोश देखने को मिला रहा है. उनका कहान है कि, बिना नोटिस दिए प्रशासन कार्रवाई कर रहा है, जो सरासर गलत है. कई मामले कोर्ट में लंबित हैं, उसके बावजूद भी निर्माण को हटाया गया है. एक रहवासी का कहना है कि, ये जगह टाउन एंड कंट्री के द्वारा पास किए गया है और लोगों के पास इसकी रजिस्ट्री और कब्जे भी हैं. 'रहवासियों ने बताया कि, त्योहार के समय लोगों का घर उजाड़ना दादागिर है और कुछ नहीं'. उनका कहना है कि, 'हमे सरकारी जमीन पर कब्जा नहीं किया है'.
वहीं एसडीएम मनोज वर्मा का कहना है कि, कई दिनों से शिकायत मिल रही थी की, यहां 15 एकड़ सरकारी जमीन पर अवैध निर्माण किया गया है, जिसकी कीमत 15 से 20 करोड़ है. उन्होंने जानकारी दी की है कि, अभी 22 अवैध कब्जों को चिन्हित किया गया है, जिसे तोड़ने की कार्रवाई की जाएगी. यह कार्रवाई लगातार तीन दिन तक चलेगी, कब्जाधारियों ने टीन, बांस बल्ली के सहारे बड़े-बड़े गोदाम बना लिए हैं. जिनका व्यवसाय अवैध रूप से चल रहा है, कुछ के मामले कोर्ट में हैं जिन पर स्टे लगा था, लेकिन अब वो स्टे भी हट गया, जिसके बाद कार्रवाई की जा रही है.