भोपाल। प्रदेश के बहुचर्चित हनीट्रैप मामले में हर रोज नए खुलासे हो रहे हैं. एसआईटी चीफ संजीव शमी के मुख्यमंत्री कमलनाथ से मुलाकात के बाद अब इस मामले की कार्रवाई और तेज़ हो गई है. वहीं एक वरिष्ठ आईपीएस अफसर के भी ब्यूटी गैंग से संबंध होने के पुख्ता सबूत एसआईटी को मिले हैं. वरिष्ठ आईपीएस अफसर ने श्वेता विजय जैन और आरती दयाल के नाम पर इसी 26 जुलाई को मिंगो टेक्नोलॉजी नाम की फर्म रजिस्टर्ड कराई थी. साथ ही कई आईएएस अफसरों और पूर्व मंत्रियों से ब्यूटी गैंग के चैटिंग के भी प्रमाण एसआईटी को मिले हैं. जिसके बाद कई बड़े खुलासे हो सकते है.
हनीट्रैप मामले में SIT चीफ की CM से मुलाकात के बाद जांच तेज, अफसरों के ब्यूटी गैंग से संबंधों के भी मिले सबूत
हनीट्रैप मामले में रोज नए खुलासे हो रहे हैं. जिसके बाद SIT की जांच भी तेज होती जा रही है. अब राजनेताओं के साथ अधिकारियों के नाम के सबूत भी मिलने लगे हैं.
एसआईटी के हनी ट्रैप मामले की जांच हाथ में आते ही चौंकाने वाले तथ्य सामने आने लगे हैं. बताया जा रहा है कि मंत्रालय में बड़े पदों पर बैठे वरिष्ठ आईएएस अफसरों की कॉल डिटेल रिकॉर्ड और एसएमएस की चैटिंग भी एसआईटी को मिली है. जिस में खुलासा हुआ है कि वरिष्ठ अधिकारी घंटों इन ब्यूटी गैंग कि सदस्यों से अश्लील चैटिंग किया करते थे. बताया जा रहा है कि पुलिस मुख्यालय में पदस्थ एक वरिष्ठ आईपीएस अफसर ने श्वेता विजय जैन और आरती दयाल के नाम पर मिंगो टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी 26 जुलाई 2019 को ही रजिस्टर्ड कराई थी. इस कंपनी की डायरेक्टर आरती और एमडी श्वेता जैन को बनाया गया है. वहीं जनवरी 2019 में श्वेता जैन की एक और कम्पनी रजिस्टर्ड हुई है जिसका नाम दीपति मंथन प्राइवेट लिमिटेट है दोनों कम्पनियों का केपिटल शेयर 10-10 लाख रुपये हैं.
वहीं आरती दयाल से की गई सख्ती से पूछताछ के बाद अब आरती ने ब्लैक मेलिंग के धंधे को कबूल लिया है. उसने पुलिस को यह भी बताया है कि उसे इंदौर में एक बड़ा ठेका चाहिए था जिसके चलते ही वह बार-बार नगर निगम के अधिकारी हरभजन सिंह से मिलती थी. एसआईटी को कई ऐसे प्रमाण भी मिले हैं जिससे साफ होता है कि यह ब्यूटी गैंग कई बड़े अफसरों को अपना शिकार बना चुकी है. इधर मुख्यमंत्री को इस पूरे मामले की रिपोर्ट देने पहुंचे एसआईटी चीफ संजीव शमी ने हनी ट्रैप से जुड़े बड़े राजनेता, आईएएस और आईपीएस अफसरों से जुड़े कुछ गंभीर विषयों को भी मुख्यमंत्री के सामने रखा है. इसके अलावा मुख्यमंत्री ने अपने कई मंत्रियों से अलग-अलग चर्चा कर इस बारे में फीडबैक भी लिया है. माना जा रहा है कि जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी वैसे वैसे हनी ट्रैप मामले में कई बड़े खुलासे हो सकते हैं।