भोपाल। मध्यप्रदेश में 74वां गणतंत्र दिवस उमंग, उत्साह और हर्षेल्लास के साथ मनाया जा रहा है. 26 जनवरी को मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने जबलपुर में ध्वजारोहण किया. (CM Shivraj will hoist flag in Jabalpur). जबकि गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा दतिया में झंडा फहराया. राज्यपाल मंगूभाई पटेल भोपाल में राज्यस्तरीय समारोह में झंडा वंदन किया. गोपाल भार्गव ने सागर में, तुलसी सिलावट ने इंदौर में, विजय शाह ने खंडवा में झंडा फहराया, सभी मंत्रियों ने अपने-अपने गृह जिलों में ध्वज फहराया. बाकि जिलों में कलेक्टर ने ध्वजारोहण किया.
नेहरू स्टेडियम में मुख्य आयोजन:मध्य प्रदेश में हर साल की तरह इस वर्ष भी 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पूरी गरिमा और हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है.राजधानी भोपाल के मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में मुख्य आयोजन है. जिसमे प्रदेश के राज्यपाल मंगूभाई पटेल ध्वजारोहण किया. वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने झंडा वंदन के बादे अपने संदेश का वाचन किया, साथ ही परेड का निरीक्षण किया.
हजारों क्रांतिकारियों ने आजादी के लिए सर्वस्व न्यौछावर कर दिया: अपने संबोधन में सीएम शिवराज ने कहा कि नेता जी सुभाषचंद्र बोस जिन्होंने कहा था ‘तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा’ यहां जबलपुर जेल में कई दिनों तक रहे हैं, हजारों क्रांतिकारियों ने आजादी के लिए सर्वस्व न्यौछावर कर दिया, मैं उनको प्रणाम करता हूं. उन्होंने कहा कि भारत को स्वतंत्र कराने के लिए जिन क्रांतिकारियों ने, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों ने सर्वस्व न्यौछावर कर दिया, आइए पहले उन्हें नमन करें, प्रणाम करें, जिनके कारण देश स्वतंत्र हुआ. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में वैभवशाली, गौरवशाली, संपन्न भारत, समृद्ध भारत, एक शक्तिशाली भारत का निर्माण हो रहा है, भारत अब दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है, 2030 तक हम दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएंगे.
बिजली का उत्पादन बढ़कर 26,000 मेगावाट हुआ: सीएम शिवराज ने कहा कि कभी मध्यप्रदेश में 2,900 मेगावाट बिजली का उत्पादन होता था, जो आज बढ़कर 26,000 मेगावाट हो गया है, हमारा संकल्प है कि हर घर सोलर पैनल लगे और धीरे-धीरे घर की जरूरत की बिजली घर में ही बनने लगे. पानी, बिजली, सड़क या शिक्षा हो, मध्यप्रदेश बेहतर कार्य कर रहा है. मध्यप्रदेश की धरती पर कोई गरीब बिना जमीन के नहीं रहेगा, अभी हमने मुख्यमंत्री आवासीय भू-अधिकार योजना के अंतर्गत टीकमगढ़ में 10500 और सिंगरौली में 25000 से ज्यादा लोगों को प्लॉट दिए हैं.
एमपी पुलिस ने साल में 6 नक्सली मार गिराए: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि ''मैं आज अपने पुलिस के मित्रों को भी बधाई देना चाहता हूं, कानून और व्यवस्था बेहतर बनी रहे. इसके लिए उन्होंने अथक परिश्रम किया है, इसी साल 6 नक्सली जिन पर 1.30 करोड़ से ज्यादा के इनाम थे वह मार गिराए हैं. गुंडे, बदमाश, माफियाओं को भी नेस्तनाबूद करने का काम हुआ है. मेरे युवा बेटा-बेटियों, प्रदेश में 1.14 लाख सरकारी नौकरियों में भर्ती की प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है. मेरे बच्चों आप नौकरी मांगने वाले नहीं, देने वाले बनें, इसलिए मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना है, स्टार्टअप के लिए एक करोड़ रुपये की सहायता दी जाएगी''.
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क्यों मनाया जाता है गणतंत्र दिवस: 26 जनवरी 2023 को देश 74 वां गणतंत्र दिवस मनाने जा रहा है. 26 जनवरी, 1950 को भारतीय संविधान लागू हुआ हुआ. हर साल 26 जनवरी को ही गणतंत्र दिवस क्यों मनाया जाता है, इसको जानना भी जरूरी है. दरअसल देश की आजादी के साथ ही देश के लिए एक संविधान की जरूरत भी महसूस हुई, ऐसे में इसे बनाने के लिए एक संविधान सभा का गठन हुआ था. संविधान लागू करने के लिए 26 जनवरी का दिन चुना गया था. तभी से हर साल 26 जनवरी को गणराज्य दिवस मनाया जाता है. संविधान सभा, जिसका उद्देश्य भारत के संविधान का मसौदा तैयार करना था, उसने अपना पहला सत्र 9 दिसंबर, 1946 को आयोजित किया. आखिरी सत्र 26 नवंबर, 1949 को समाप्त हुआ और फिर एक साल बाद संविधान को अपनाया गया. मालूम हो कि भारत को आजादी तीन साल पहले साल 1947 को ही मिल गई थी. गणतंत्र दिवस (Republic Day 2022) स्वतंत्र भारत की भावना का प्रतीक है. इसी दिन 1930 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने पूर्ण स्वराज की घोषणा की थी .यह दिन भारतीय जनता को लोकतांत्रिक तरीके से अपनी सरकार चुनने की शक्ति की भी याद दिलाता है. देश में इस दिन राष्ट्रीय अवकाश भी होता है.