भोपाल। भारत रत्न पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन पर प्रदेश में सात दिवसीय राजकीय शोक घोषित किया गया है. राज्य शासन ने आदेश जारी करते हुए कहा कि 31 अगस्त से 6 सितम्बर तक राजकीय शोक के दौरान प्रदेश भर में राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा. राजकीय शोक के दौरान प्रदेश में शासकीय मनोरंजन और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित नहीं होंगे. सामान्य प्रशासन विभाग ने इस संबंध में आदेश जारी किया है.
प्रणब दा के निधन के बाद से ही देश में गमगीन महौल है. राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने मुखर्जी के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया है. अपने शोक संदेश में उन्होंने कहा कि महान व्यक्तित्व और कृतित्व के धनी प्रणब मुखर्जी को आर्थिक मामलों के विशेषज्ञ के रूप में प्रसिद्धि प्राप्त थी. उन्होंने देश के 13वें राष्ट्रपति के रूप में अनेक ऐतिहासिक और नीतिगत निर्णय लिए. ऐसे महान व्यक्ति का निधन वास्तव में देश के आर्थिक और राजनीतिक क्षेत्र के लिए अपूरणीय क्षति है. दिवंगत आत्मा की शांति की कामना करते हुए शोकाकुल परिजनों के प्रति गहरी संवेदना और सहानुभूति व्यक्त की.
गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा
वहीं प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि प्रणब मुखर्जी से मेरी मुलाकात दतिया दौरे के दौरान हुई थी. मैं उनके राजनीतिक व्यक्तित्व से काफी प्रभावित रहा हूं. मेरे उनके साथ काफी अच्छे संबंध भी रहे हैं. उनकी खास बात ये थी कि वे पहले तोलतें थे, फिर बोलते थे. वे राजनीति के मजबूत स्तंभ थे, जिसे कभी भी भुलाया नहीं जा सकता है. भारतीय राजनीति के इतिहास में उनका नाम हमेशा अमर रहेगा. उन्होंने पिछले कुछ सालों में लोकतंत्र को मजबूत करने में अपनी अहम भूमिका निभाई है. राष्ट्रपति रहते हुए भी उन्होंने देश के लिए बेहतर काम किया है.
कृषि मंत्री कमल पटेल ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन पर गहरा दुख जताते हुए शोकसंवेदना व्यक्त की है. कमल पटेल को गांवों के भ्रमण के दौरान पूर्व राष्ट्रपति के निधन का समाचार मिला. मंत्री ने अपने संदेश में कहा कि प्रणब मुखर्जी देश के महान नेता रहे हैं, वह केन्द्र में मंत्री रहे और भारत के राष्ट्रपति के रूप में देश की सेवा की. कमल पटेल ने दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान देने और शोकाकुल परिवार को दुख सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना की है.