भोपाल। मध्य प्रदेश की जीवनदायिनी नदी नर्मदा पर बने ओमकारेश्वर बांध पर पानी की सतह पर 600 मेगावाट के फ्लोटिंग सोलर पैनल लगाए जाने की तैयारी मध्य प्रदेश सरकार कर रही है. बांध के पानी की सतह पर स्थापित होने वाले इस सोलर प्लांट को लेकर मध्य प्रदेश सरकार का दावा है कि यह विश्व का सबसे बड़ा सोलर प्लांट होगा. करीब 300 करोड़ की लागत से बनने वाले प्लांट का काम मई जून माह में शुरू हो सकता है.
फ्लोटिंग सोलर पैनल का काम जल्द होगा शुरू ओम्कारेश्वर बांध पर स्थापित होगा फ्लोटिंग सोलर पैनलआत्मनिर्भर मध्य प्रदेश की कड़ी में स्थापित होने वाले इस सोलर प्लांट को लेकर मध्य प्रदेश सरकार ने तैयारियां तेज कर दी हैं. नवकरणीय ऊर्जा विभाग के अंतर्गत स्थापित हो रहा ये सोलर प्लांट 600 मेगावाट का होगा. नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री हरदीप सिंह डंग का दावा है कि मेरा मानना है कि पानी की सतह पर स्थापित होने वाला यह विश्व का सबसे बड़ा प्लांट होगा.
आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश के तहत कई जिलों में लगेंगे सोलर प्लांटनवकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में मध्यप्रदेश में कई अभिनव पहल की जा रही हैं. आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश के तहत प्रदेश के नीमच, शाजापुर,आगर, छतरपुर और मुरैना में भी सोलर प्लांट लगाए जा रहे हैं. सरकार का कहना है कि नवकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में मध्य प्रदेश क्रांतिकारी योगदान दे देगा.
ओमकारेश्वर बांध पर बन रहा सोलर प्लांट मप्र के लिए गर्व की बातनवकरणीय ऊर्जा मंत्री हरदीप सिंह डंग का कहना है कि आत्मनिर्भर भारत के बारे में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कल्पना के अनुसार मध्यप्रदेश आत्मनिर्भर कैसे बने, उस पर नवकरणीय ऊर्जा विभाग लगातार काम कर रहा है. सबसे बड़े गर्व की बात यह है कि ओमकारेश्वर बांध पर पानी की सतह पर 600 मेगा वाट का सोलर प्लांट डालने जा रहे हैं. इसकी 300 करोड़ की लागत अनुमानित है. मेरा मानना है कि पानी की सतह पर स्थापित होने वाला यह सोलर प्लांट विश्व का सबसे बड़ा सोलर प्लांट होगा. आने वाले समय में सौर ऊर्जा के क्षेत्र में मध्य प्रदेश नई क्रांति लाएगा.