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Panchayat Elections : पंचायत चुनाव कराने में लगेगा 575 टन कागज, ईवीएम से वोटिंग होती तो यह बच जाते - ईवीएम से वोटिंग होती तो यह बच जाते

मध्यप्रदेश में होने जा रहे त्रि स्तरीय पंचायत चुनाव में मतपत्रों से वोट डाले जाएंगे. पंच सरपंच, जनपद पंचायत और जिला पंचायत सदस्यों को चुनने के लिए प्रदेश के 3 करोड़ 93 लाख से ज्यादा मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे. मतपत्रों से होने वाली वोटिंग में करीब 575 टन कागज की खपत होगी. (575 tonnes of paper spend in Panchayat elections) (If voting done by EVM it saved) (7 crore budget allocated to collectors)

575 tonnes of paper spend in Panchayat elections
पंचायत चुनाव कराने में लगेगा 575 टन कागज

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Published : Jun 3, 2022, 6:29 PM IST

भोपाल।राज्य निर्वाचन आयोग ने मतपत्रों के लिए कागज की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं. चुनाव आयोग ने सभी जिलों के कलेक्टरों को व्यवस्थाएं जुटाने के लिए 7 करोड़ 48 लाख रुपए का बजट आवंटित किया है. आयोग ने कलेक्टरों को निर्देश दिए हैं कि दिए गए बजट का उपयोग पुराने बिलों के भुगतान में नहीं किया जाना चाहिए

3 करोड़ 98 लाख 78 हजार मतदाता :प्रदेश की त्रि स्तरीय पंचायत चुनाव में प्रदेश के 3 करोड़ 98 लाख 78 हजार मतदाता अपने जनप्रतिनिधि को चुनेंगे. यह मतदाता 875 जिला पंचायत सदस्य, 6771 जनपद पंचायत सदस्य, 22 हजार 921 सरपंच और 3 लाख 63 हजार 726 पंच के लिए मतदान करेंगे. इसके लिए 71 हजार 643 मतदान केन्द्र बनाए गए हैं. पंचायत चुनाव मतपत्रों से कराए जा रहे हैं और इस पूरी प्रक्रिया में 575 टन कागज की जरूरत पड़ेगी. इसको लेकर राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा तैयारियां की जा रही हैं.

कलेक्टरों को 7 करोड़ का बजट आवंटित :राज्य निर्वाचन आयुक्त ने मतपत्रों की छपाई आदि की व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए हैं. बैठक में राजस्व विभाग के प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी ने कहा कि मतपत्रों की छपाई के लिए समय पर निर्धारित कलर के पेपर उपलब्ध करा दिए जाएंगे. राज्य निर्वाचन आयेग ने सभी जिलों के कलेक्टरों को पेट्रोल, राशन, लेखन सामग्री, मतपत्रों और परिवहन आदि के लिए 7 करोड़ 48 लाख रुपए बजट का आवंटन किया है.

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कलेक्टरों को सख्त निर्देश :आयोग ने कलेक्टरों को निर्देश दिए हैं कि दिए गए बजट का उपयोग पुराने बिलों के भुगतान में नहीं किया जाना चाहिए. जो राशि दी गई है, उसमें 2 करोड़ 16 लाख की राशि राशन के खर्चों और पेट्रोल के लिए 1 करोड़ 62 लाख रुपए की राशि दी गई है. कलेक्टरों को दी गई राशि की हर माह जानकारी भेजनी होगी कि राशि का व्यय किन-किन मदों में किया गया है. (575 tonnes of paper spend in Panchayat elections) (If voting done by EVM it saved) (7 crore budget allocated to collectors)

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