भोपाल।कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए बनाए गए कोविड सेंटर्स से मरीजों को सही उपचार नहीं मिलने और स्टाफ के गायब होने की शिकायतें मिलती रहती हैं. साथ ही अस्पतालों में भर्ती कोरोना मरीजों की सेहत की स्थिति को लेकर भी सही जानकारी भी नहीं मिल पाती है. इस बात को ध्यान में रखते हुए अब राजधानी भोपाल के भारतीय विज्ञान संस्थान (एम्स) ने मॉनिटरिंग के लिए एक नई योजना बनाई है.
एम्स भोपाल में लगेंगे 40 सीसीटीवी कैमरे, नर्सिंग ड्यूटी स्टेशन की होगी मॉनिटरिंग
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS BHOPAL) भोपाल ने भी एक अच्छी पहल शुरू की है. एम्स के कोविड और नॉन कोविड वार्डों के नर्सिंग ड्यूटी स्टेशन पर लगभग 40 सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं. पढ़िए पूरी खबर...
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS BHOPAL) भोपाल ने भी एक अच्छी पहल शुरू की है. एम्स के कोविड और नॉन कोविड वार्डों के नर्सिंग ड्यूटी स्टेशन पर लगभग 40 सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं. 32 वार्डों में लगाए जा रहे इन कैमरों का कंट्रोल रूम डायरेक्टर के कार्यालय में होगा. इससे हर वार्ड में 24 घंटे स्टाफ पर नजर रखी जा सकेगी. हालांकि मरीजों की निजता का भी ध्यान रखा गया है और उन्हें कैमरे से दूर रखते हुए केवल नर्सिंग ड्यूटी स्टेशन पर ही कैमरे लगाए जाएंगे, इसका कंट्रोल रूम डायरेक्टर ऑफिस में होगा.
एम्स प्रबन्धन के मुताबिक कोविड और नॉन कोविड वार्डों लगभग 40 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे. यह कैमरे वार्डों के नर्सिंग स्टेशन में लगाए जाएंगे, जहां से स्टाफ की मौजूदगी और हर वार्ड पर नजर रखी जाएगी. प्रबंधन के मुताबिक कोरोना काल के दौरान मरीजों के उपचार को लेकर परिजनों की शंकाओं का समाधान करने के लिहाज से आईसीयू को छोड़कर कोविड और नॉन कोविड के नर्सिंग ड्यूटी स्टेशन पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं.