भोपाल। कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के बीच एमपी में डेंगू (Dengue) के मच्छर डराने लगे हैं. पिछले साल की तुलना में इस साल प्रदेश में 100 के करीब चार गुना यानि लगभग 400 मरीज मिले हैं, इसके अलावा चिकनगुनिया के भी कई मरीज मिले हैं. स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि उज्जैन संभाग के जिलों में ही सामान्य से ज्यादा मरीज मिले हैं, जहां डेंगू को डराने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं.
स्वास्थ्य विभाग (Health Department) इस साल जनवरी से अब तक करीब 4000 सैंपल की जांच कर चुका है, जिसमें से 395 डेंगू के मरीज मिले हैं. इसमें सबसे ज्यादा मंदसौर में 86, रतलाम में 63, जबलपुर में 62, भोपाल में 43, छिदवाड़ा में 29 और रीवा में 11 मरीजों के मिलने की पुष्टि हुई है, जबकि पिछले साल इस दौरान सिर्फ 105 डेंगू मरीज मिले थे.
कोरोना के बाद अब डेंगू का कहर, अब तक 7 मरीजों में डेंगू की पुष्टि
अधिकारियों का कहना है कि डेंगू का पैटर्न बारिश पर ज्यादा निर्भर करता है, पानी रुकने से मच्छरों को पनपने का मौका मिल जाता है, जुलाई, अगस्त, सितंबर और अक्टूबर माह में डेंगू की जांच अधिक की जाती है क्योंकि बारिश के दौरान ही मरीज मिलते हैं. पिछले साल लॉकडाउन की वजह से लोग घर पर ही रहे और मच्छरों को पनपने का उपयुक्त मौसम भी नहीं मिल पाया था.