भोपाल। कोरोना महामारी का तांडव अब थमने लगा है, लेकिन ये महामारी अपने पीछे कई परिवारों के लिए ऐसे दर्द छोड़ गई है जो शायद ताउम्र भी न भर पाए. ऐसा ही दर्द झेल रहे हैं प्रदेश के 250 से ज्यादा बच्चे, जिन्हें इस महामारी ने अनाथ कर दिया. इनके अलावा प्रदेश में 1200 बच्चे ऐसे भी है जिन्होंने अपने माता या पिता में से किसी एक को इस महामारी में खो दिया.
अनाथ बच्चों के लिए शुरू की योजना
ये आकड़े तब सामने आए हैं जब प्रदेश सरकार ने महामारी में अपने माता-पिता को खो चुके अनाथ बच्चों के लिए योजना की शुरुआत की. इस तरह की योजना शुरू करने वाला मध्य प्रदेश पहला राज्य है. मुख्यमंत्री बाल कल्याण योजना नाम से योजना शुरू की गई इस योजना के तहत कोविड महामारी में अपने माता-पिता को खोने वाले अनाथ बच्चों को सरकार हर महीने सहायता राशि देगी. इसके तहत हर बच्चे को 21 साल का होने तक हर महीने 5 हजार रुपए की सहायता राशि दी जाएगी. अगर बच्चा 21 साल के बाद भी अपना पढ़ाई जारी रखता है तो उसे 24 साल की उम्र तक ये सहायता राशि मिलेगी.
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