भिंड। जिले के हीरापुरा गांव के पास एक अनियंत्रित यात्री बस ने बाइक सवार को टक्कर मार दी. हादसे में बाइक सवार की मौके पर ही मौत हो गई और उसके साथ चल रहे दो बच्चे घायल हो गए. हादसे के तुरंत बाद आक्रोशित भीड़ ने हंगामा शुरू कर दिया और बस में तोड़फोड़ कर दी. घटना की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस पर भी गुस्साई भीड़ ने पथराव कर दिया, जिसमें मेहगांव एसडीओपी भी घायल हुए हालांकि काफी समझाइश के बाद मामला शांत हुआ.
सड़क हादसे के बाद लोगों ने की तोड़फोड़
घटना के समय मौके पर मौजूद लोगों ने कुछ ही देर में हंगामा शुरू कर दिया और बस में तोड़फोड़ करते हुए चक्का जाम कर दिया. इस दौरान रास्ते से गुजर रहे कुछ अन्य वाहनों में भी पथराव कर दिया. मौके पर पहुंचे मीडिया कर्मियों को भी उपद्रवियों ने कवरेज करने से रोका.
भीड़ के साथ धरने पर बैठे कांग्रेस नेता
घटना की जानकारी मिलने पर मौके पर पहुंची गोरमी थाना पुलिस को भी हंगामा कर रहे लोगों ने वापस लौटा दिया. वहीं कांग्रेस नेता राहुल सिंह भदोरिया मौके पर पहुंचकर पीड़ित परिवार को 10 लाख रुपये और मुआवजा दिलवाने की मांग करते हुए ग्रामीणों के साथ धरने पर बैठ गए. उस के साथ ही लोगों ने गोरमी थाना टीआई मनोज सिंह राजपूत को हटाने की मांग की. ग्रामीणों का आरोप था कि टीआई हमेशा लोगों से बदतमीजी से बात करते हैं, बजाय स्थितियों को संभालने के वे पीड़ितों से ही गाली गलौज पर उतर आते हैं.
पथराव में घायल हुए मेहगांव एसडीओपी
वही बढ़ते हंगामे को देखते हुए मेहगांव एसडीओपी ने मोर्चा संभाला और भारी तादाद में मेहगांव, अमायन, बरासों और गोरमी थाना पुलिस बल को लेकर मौके पर पहुंचे और लोगों से जाम खोलने की अपील की, लेकिन गहमागहमी में लोगों ने पुलिस पर भी पथराव शुरू कर दिया.
टीआई लाइन अटेच, मुआवज़े के आश्वासन पर खोला जाम
करीब 5 घंटे चले हंगामे के बाद ग्रामीणों की मांग पर गोरमी थाना प्रभारी को लाइन अटैच कर दिया गया और मृतक के परिवार को उचित मुआवजा दिलाए जाने का आश्वासन देते हुए, मामले की जांच कर कार्रवाई की बात प्रशासन और पुलिस द्वारा दी गई. तब जाकर कहीं स्थानीय लोगों ने जाम खोला और मृतक का शव पोस्टमार्टम के लिए मेहगांव चिकित्सालय भिजवाया गया.