भिंड। सिटी कोतवाली के थाना प्रभारी उदयभान सिंह यादव ने बताया कि 15 दिसंबर को जितेंद्र यादव ने अपने ट्रक पर उत्तर प्रदेश के बरेली से मुंबई उल्लासनगर के लिए सामान की बुकिंग ली थी, लेकिन लंबा सफर होने की वजह से जितेंद्र ने अपने जान-पहचान वाले एक ड्राइवर राजू तोमर को अपने साथ चलने के लिए कहा. दोनों ही 17 दिसंबर को भिंड से मुंबई के लिए निकले थे. जहां गुना जिले में ट्रक मालिक जितेंद्र के अपहरण सूचना मिली थी. आरोपी ने फोन के जरिए ट्रक मालिक के परिवार से 18 लाख रुपए की फिरौती भी मांगी थी, जिसके बाद पीड़ित परिवार ने गुना में मामला दर्ज कराया था.
ड्राइवर ने किया था अपने मालिक का अपहरण
टीआई ने बताया कि मामले में मुख्य आरोपी राजू ने भिंड से निकलने से पहले ही अपहरण की पूरी योजना बना ली थी. उसने अपने कुछ साथियों को गुना के धरनावद इलाके में पहुंचा दिया था. जहां ट्रक रोकने के साथ ही अपहरण की वारदात को अंजाम दे दिया और ट्रैक हाईवे पर छोड़कर जंगले में अपह्रत को ले गया. टीआई ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि 17 दिसंबर को हुए अपहरण के बाद अपनी इन्वेस्टिगेशन के दौरान उन्हें इस बात का शक हुआ कि फोन कर फिरौती मांगने वाला कहीं ना कहीं कोई पहचान वाला ही है. जिसके बाद परिजनों द्वारा उसकी आवाज पहचानी गई, जिसके बाद पुलिस ने कॉल रिकॉर्ड के आधार पर आरोपी की लोकेशन खोज निकाली और गुना पुलिस की मदद से अपहृत जितेंद्र को मुक्त करा लिया गया. हालांकि मौका पाकर अपरहण के मास्टरमाइंड रहा ड्राइवर राजू फरार हो गया था जिस पर गुना एसपी ने 5 हजार का इनाम भी घोषित किया था.
मुखबिर की सूचना पर धर दबोचा
टीआई ने बताया कि चूंकि राजू तोमर भिंड जिले से ही है, इसलिये उसे पकड़ने की जिम्मेदारी भिंड एसपी ने उन्हें सौंपी थी. इस मामले को लेकर मुखबिर तंत्र को लगातार सक्रिय किया गया और मंगलवार को उन्हें जानकारी मिली कि राजू भिंड में ही बस स्टैंड के पास छुपा हुआ है और कहीं बाहर जाने की फिराक में है. जिसके बाद पुलिस ने घेराबंदी कर आरोपी राजू तोमर को धर दबोचा. आरोपी के पास से पुलिस को 315 बोर का कट्टा भी बरामद हुआ है.